परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद इसकी समीक्षा भी की जाएगी। छात्रों ने सबसे ज्यादा गलती कहां की है और वार्षिक परीक्षा में कौन-कौन से संभावित प्रश्न हैं, उन्हें भी हल करवाया जाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक छह माही परीक्षा के तुरंत बाद ही रेमेडियल कक्षाएं भी लगाई जाएंगी। मुख्य रूप से गणित, विज्ञान, इंग्लिश जैसे विषयों के लिए इसे लगाया जाना है।
छह माही परीक्षा का परिणाम आने के बाद संबंधित विषय के शिक्षक छात्रों को यह बताएंगे कि उन्होंने कहां गलती की है। और इसके सुधार के बारे में भी छात्रों को जानकारी दी जाएगी। किस प्रश्न को हल करने का तरीका क्या है। जरूरत पड़ने पर विभिन्न् सेक्शन के छात्रों को एक साथ बैठाकर भी कक्षाएं लगाई जाएंगी।
अधिकारियों ने बताया कि स्कूलों को परीक्षा परिणाम की रिपोर्ट से जिला शिक्षा अधिकारी को भी अवगत करवाना होगा। इसके बाद लोक शिक्षण संचालनालय को भी परिणाम से अवगत करवाया जाएगा। परिणाम की समीक्षा होगी और उसके हिसाब से स्कूलों को इसे सुधारने की रणनीति बनानी होगी।