: कमलनाथ के लिए अपनी विधायकी छोड़ने वाले दीपक सक्सेना को खनिज निगम का अध्यक्ष बनाया जा सकता है। : पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह को योजना आयोग का उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है।
एक और विधायक बने डायरेक्टर…
वहीं इन सब चर्चाओं के बीच ग्वालियर से ही एक और कद्दावर नेता को नए पद से नवाजा गया है। दरअसल ग्वालियर पूर्व के विधायक मुन्नालाल गोयल को ग्वालियर के दूसरे सबसे बड़े विश्वविद्यालय राजमाता विजयाराजे कृषि यूनिवर्सिटी का डायरेक्टर बना दिया गया है।
भले ही मुन्नालाल गोयल पहली बार विधायक बने हैं, लेकिन स्थानीय कांग्रेस की राजनीति में वे एक मजबूत नेता माने जाते हैं।
वहीं यह भी सच है कि कुछ समय पहले ही जब मध्यप्रदेश में कैबिनेट के विस्तार व फेरबदल को लेकर तमाम बातें सुगबुगाहटों के साथ शुरू हुईं, तो वैश्य समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने सीएम कमलनाथ व कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात कर मध्य प्रदेश की सरकार में वैश्य समाज को मजबूत प्रतिनिधित्व देने की बात के तहत मुन्नालाल गोयल को मंत्री पद देने की मांग की थी।
मतविभाजन के बाद और मजबूत हुई कांग्रेस… इससे पहले पिछले दिनों मध्य प्रदेश सरकार में हुए मतविभाजन के दौरान भाजपा के दो विधायकों ने कांग्रेस को समर्थन दे दिया था। जिसके चलते विधानसभा में कांग्रेस व कमलनाथ और अधिक मजबूत हो गए, लेकिन इसके बावजूद जानकारों के अनुसार मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार को किसी भी संकट से बचाने के लिए तमाम तरह की कोशिशें शुरू हो चुकी है।