अब वे भी चुनावी मैदान में उतरने को तैयार है। हाल ही में बाबूलाल गौर ने भी अपनी दावेदारी पेश की थी। उन्होंने कहा था कि मुझे मोदी जी का आशीर्वाद मिला है, इस बार भी चुनाव लड़ूंगा।
प्रधानंमत्री मोदी मध्य प्रदेश आए तो उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर को देख कर कहा था कि बाबूलाल जी एक बार और। अगर गौर लड़ते हैं तो इसका मतलब होगा कि भाजपा चुनाव जीतने की संभावना देख कर ही टिकट बांटेगी, न कि घोषित अघोषित नियम के आधार पर।
टिकट को लेकर पहले से ही भंवर में उलझी भाजपा के सामने दोनों दिग्गजों की दावेदारी ने भाजपा की नींद उड़ा दी है।
दरअसल, बीते साल ‘फार्मूला 75’ के तहत पार्टी ने उन्हें मंत्री पद से हटा दिया था।
दरअसल, बीते साल ‘फार्मूला 75’ के तहत पार्टी ने उन्हें मंत्री पद से हटा दिया था।
इससे आहत होकर उन्होंने राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया था। उन्होंने साफ कहा था कि अब वह अगला चुनाव नहीं लड़ेंगे। इस दौरान उन्होंने पार्टी और मुख्यमंत्री शिवराज पर भी कई आरोप लगाए थे। लेकिन अब सरताज सिंह ने पार्टी के सामने चुनाव लड़ने की दावेदारी पेश की है।
अपने समर्थकों के साथ बीजेपी मुख्यालय पहुंचे सरताज सिंह ने एक बार फिर टिकट के लिए दावेदारी जताई। सरताज सिंह ने इस दौरान कहा कि पार्टी उन्हें टिकट देगी। 70 साल उम्र के फॉर्मूले को लेकर हुए सवाल पर सरताज सिंह बोले कि 70 पार का पार्टी में कोई फॉर्मूला नहीं है, इसलिए वे दावेदारी कर रहे हैं। पार्टी सर्वे में मेरा नाम है इसलिए मुझे टिकट मिलना चाहिए, मैं चुनाव लड़ने को तैयार हूं। वे पार्टी के साथ हैं लेकिन सिवनीमालवा विधानसभा सीट किसी हाल में नहीं छोड़ेंगे।
गौरतलब है कि सरताज सिंह बीजेपी के पूर्व दिग्गज नेता रहे हैं। वे शिवराज सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं। पिछले दिनों में वे अपने बीजेपी विरोधी बयानों के कारण सुर्ख़ियों में छाए रहे थे। सरताज सिंह सिवनी मालवा विधानसभा सीट से 2008 और 2013 में विधायक रह चुके है। यहां से वे लगातार जीत हासिल करते आए है। 2009 में वे मंत्री भी बने। इसके बाद 2016 में 75 साल से ज्यादा की उम्र होने के कारण उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया गया था।