आपको बता दें कि राजस्व विभाग ने नियमों का मसौदा बोर्ड को भेजा था। इस मसौदे में शैक्षणिक योग्यता से लेकर कई नियमों में बदलाव किए गए हैं…
* सरकार ने सबसे बड़ा बदलाव करते हुए पटवारी पद के लिए शैक्षणिक योग्यता स्नातक कर दी है। इस नियम में बदलाव का कारण प्रदेश में शिक्षा का स्तर बढऩा बताया जा रहा है।
* अब तक इस परीक्षा में केवल 12वीं पास होना जरूरी था।
* आपको बता दें कि आवेदन की चाह रखने वाले हजारों स्टूडेंट्स अब तक सिर्फ इसलिए निराश होकर आवेदन नहीं भर पाते थे कि पटवारी पद के लिए सीपीसीटी (कम्प्यूटर प्रोफिशिएंसी सर्टिफिकेशन टेस्ट) पास होने अनिवार्य शर्त थी।
* लेकिन अब इस शर्त में कुछ बदलाव करते हुए युवाओं को राहत दे दी गई है।
* इस वर्ष से कोर्स पास होना जरूरी नहीं, बल्कि चयनित उम्मीदवार को दो साल के भीतर कम्प्यूटर दक्षता हासिल करने की छूट दी गई है। इस नियम में बदलाव का कारण सिस्टम का हाईटेक होना है। तकनीकी युग में हर काम मशीनों से ही किया जा रहा है। कंप्यूटर सिस्टम पर हर विभाग काम कर रहा है। * चूंकि इस नियम में युवाओं को इस तरह की छूट दी गई है, तो अब ज्यादा से ज्यादा युवा इस परीक्षा का लाभ ले सकेंगे।
* भर्ती के लिए पहली बार जारी होने वाली आवेदन पुस्तिका में यह बात स्पष्ट कर दी गई है कि पटवारी को गृह तहसील में नियुक्ति नहीं मिलेगी।
आपको बता दें कि राजस्व प्रशासन को दुरुस्त करने के उद्देश्य से सरकार ने पटवारियों के सभी पद भरने का फैसला किया था। इस संदर्भ का एक प्रस्ताव पीईबी को भेजा गया था। जिसे पास करते हुए बोर्ड ने विज्ञापन जारी कर आज 28 अक्टूबर से ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। 11 नवंबर 2017 तक युवा पीईबी की वेबसाइट पर आवेदन कर सकेंगे।
इन परीक्षा केंद्रों पर होगी परीक्षा
भोपाल समेत प्रदेशभर के कुल १५ जिलों में ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। इनमें इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, नीमच, रतलाम, मंदसौर, सागर, सतना, खंडवा, गुना, दमोह, कटनी और सीधी में ऑनलाइन परीक्षा केंद्र निर्धारित किए गए हैं।