ऐसे समझें पूरा मामला…
जानकारी के अनुसार मुख्तार मलिक भोपाल का कुख्यात बदमाश है, गिरफ्तारी के समय उसके पास से 2 रिवाल्वर व 6 कारतूस मिले हैं। यह पूरी कार्रवाई एक मुखविर की सूचना पर सुल्तानपुर पुलिस द्वारा की गई। वहीं पुलिस ने इन पर आर्म 25 एक्ट एवं 27 एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। इनके पास से पिजेरो गाड़ी भी पुलिस ने की जब्त की है।
जानिये कौन है मुख्तार…
यह वहीं मुख्तार है, जिसे कुछ साल पहले राजधानी की जिला अदालत में गैंगवार के मामले में हाईकोर्ट ने तो फांसी की सजा सुनाई थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उसे बरी कर दिया था। मुख्तार के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, बलात्कार, अपहरण, अड़ीबाजी समेत कई अन्य गंभीर मामलों के पचास से ज्यादा अपराध दर्ज हैं।
इधर, इनामी बदमाश धराया
वहीं इससे पहले भोपाल में सोमवार को 18 हजार रुपए का एक इनामी कुख्यात बदमाश देर रात पुलिस के हत्थे चढ़ गया। आरोपित भोपाल में वारदात की नीयत से लोडेड देशी कट्टा लेकर घूम रहा था।
इसकी सूचना मिलते ही पुलिस ने उसे देवकी नगर मंडीगेट के सामने से धर-दबोचा। आरोपित द्वारका नगर के चर्चित दोहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपित बंटी साहू गिरोह का खास गुर्गा है। वह इसी हत्याकांड के गवाह को झूठे प्रकरण में फंसाने के लिए दतिया में अपने ही साथी को भी गोली मार चुका है।
दतिया और भोपाल पुलिस उसको आठ माह से तलाश कर रही थी। उसके खिलाफ 19 आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह 13 साल से अपराध की दुनिया में सक्रिय है। निशातपुरा टीआई चैन सिंह रघवंशी के अनुसार गैस राहत कॉलोनी निशातपुरा निवासी 23 वर्षीय हेमंत तिवारी उर्फ हेमू कुख्यात बदमाश है। वह स्टेशन बजरिया में अड़ीबाजी, लूट जैसे अपराधों में लंबे समय से फरार था।
उस पर भोपाल पुलिस ने आठ हजार और दतिया पुलिस ने दस हजार का इनाम घोषित किया था। सोमवार को उसकी लोकेशन ट्रेस कर हेमू को देवकीनगर मंडीगेट के सामने से एक कट्टे के साथ पकड़ लिया गया।
10 की उम्र से कर रहा था वारदात आरोपित हेमंत तिवारी ने दस साल की उम्र में निशातपुरा में साथियों के साथ मिलकर पहली वारदात की थी। वह दसवीं फेल है। पहली वारदात के समय वह एक इंजीनियरिंग कॉलेज में इलेक्ट्रीशियन का
काम किया करता था। बीते 12 सालों से वह लगातार अपराध करते आ रहा है।
उसके अपराध के करने के इलाकों में मुख्य रूप से निशातपुरा, रातीबड़, स्टेशन बजरिया है। यहां उस पर मारपीट, हत्या का प्रयास लूट और धोखाधड़ी जैसे 19 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
फरारी में मंदिर और धर्मशालाओं में रहा निशातपुरा सीएसपी लोकेश सिन्हा के अनुसार आरोपित हेमंत तिवारी करीब आठ माह से भूमिगत था। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में उसने खुलासा किया है कि उसने आठ माह में तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश , उत्तराखंड , ओडिसा और मप्र के कई जिलों में फरारी काटी।
इस दौरान वह मुख्य मंदिरों व मठों में घूमता था। वह धर्मशालाओं में रहता था। पैसों की जरूरत होने पर वह ढाबों और होटलों में काम करने लगता था। इस तरह वह चार राज्यों में छिपकर पुलिस को चकमा देता रहा। भोपाल में वारदात करने के बाद वह वह दिल्ली भागने वाला था लेकिन इसके पहले ही पकड़ा गया। उसके पास से एक बैग भी मिला है।
इसलिए दतिया में चलाई थी गोलीे हेमंत बेहद ही शातिर बदमाश है। वह बजरिया थाना क्षेत्र के दोहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपित बंटी साहू का खास गुर्गा है। इस हत्या के गवाह पर दबाव बनाने के लिए उसने दतिया में अपने साथी रोहित मेहर को गोली मार दी थी।
इसके जरिए वह डबल मर्डर के गवाह को फंसाकर उस पर दबाव बनाना चाहता था। लेकिन दतिया पुलिस की तेजी के कारण फरियादी संदिग्ध लगा और उससे पूछताछ में उसने पूरी घटनाक्रम कबूल लिया था। तब से वह फरार था।
उसने खुलासा किया है कि अगर वह भोपाल में किसी को इस तरह से गोली मारता तो पुलिस उसको आसानी से पहचान कर लेती, इसलिए उसने दतिया जिले में गोली मारने की योजना बनाई थी।
वहीं इस मामले में पुलिस अधीक्षक नार्थ भोपाल अजय सिंह का कहना है कि निशातपुरा पुलिस कुख्यात बदमाश हेमंत उर्फ हेमू तिवारी को गिरफ्तार किया है। उस पर 19 मामले भोपाल में और एक दतिया में दर्ज है। वह डबल मर्डर के मुख्य आरोपित बंटी साहू का साथी है। उससे पूछताछ की जा रही है। हेमू से दतिया पुलिस भी पूछताछ करेगी।