मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा बुधवार को मीडिया से चर्चा कर रहे थे। नरोत्तम मिश्रा से जब कहा कि कर्नाटक में चुनाव जीतने के बाद वहां के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार के मध्यप्रदेश आने की खबरें हैं। इस पर मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि बाहर के डीके आ जाएंगे तो कांग्रेस ए अंजाम क्या होगा? यह अंदाजा करना चाहिए। कमलनाथजी यदि विश्वास करना है तो उस डीके पर मत करो। पचौरी जी, अरुण यादवजी, भूरिया जी पर करें, जो घर पर बैठे हैं। इन पर विश्वास करके इनसे काम लेना चाहिए। आयातित लोगों से मध्यप्रदेश में काम चलने वाला नहीं। कांग्रेस के बारे में जनता सब समझ गई है।
खेड़ा ने फेरा पानी
भोपाल में एक दिन पहले आए कांग्रेस के नेता पवन खेड़ा के बयान पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि खेड़ा ने कमलनाथ के अरमानों पर फेरा पानी। नरोत्तम ने कहा कि वे स्वयं भू बने बैठे थे, भावी मुख्यमंत्री हैं। भावी नेता हैं, अवश्यंभावी हैं। मध्यप्रदेश कांग्रेस की जरूरत हैं। खेड़ा ने यह बात स्पष्ट कर दी है कि 26 तारीख को दिल्ली में होने वाली बैठक में भावी वगैह सब स्पष्ट हो जाएगा। राहुल गांधी भूले नहीं होंगे कि उनसे दो लाख के कर्जे का किस तरीके से झूठ बुलवाया गया था। राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते उनकी किस तरह कमलनाथ ने किरकिरी कराई थी। कमलनाथ को यह समझना चाहिए कि 10 जनपद का यह स्पष्ट इशारा है। खेड़ा ने इन सब पर पानी फेरा।
जनता ही लाती है सरकार
कमलनाथ अक्सर कहते रहते हैं कि हमारी सरकार आ रही है। इस पर जब मीडिया ने प्रतिक्रिया जानी तो नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मध्यप्रदेश के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भ्रम जाल में रखा जा रहा है। कमलनाथ इसलिए बार-बार कहते रहते हैं कि हमारी सरकार आ रही है। जनता ही सरकार लाती है और हटाती है। कमलनाथजी आप बनी बनाई सरकार तो चला नहीं पाए, तो लाएंगे कहां से।
आदिवासियों पर बोली बात
आदिवासियों के मुद्दे पर कोई काम नहीं होने के सवाल पर नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ पर आदिवासियों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। नरोत्तम मिश्र ने कहा कि कांग्रेस को तो माफी मांगना चाहिए। आदिवासी समाज के हितों पर कुठाराघात किया है। अपने कई आदिवासी नेताओं को मुख्यमंत्री, मंत्री नहीं बनने दिया गया। कमलनाथजी को पूरे आदिवासी समाज से माफी मांगनी चाहिए।
राष्ट्रभक्तों पर बैन
बजरंग दल पर बैन लगाने के मुद्दे पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि विनाशकाले विपरीत बुद्धि। राष्ट्रभक्तों पर बैन लग रहा है। बड़े-बड़े विज्ञापन भी दिए जा रहे हैं। केरला स्टोरी आ गई है तो यह हो रहा है। कांग्रेस की यह तुष्टिकरण की राजनीति है।