दरअसल, रविवार की घटना पर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एक ट्वीट किया। शिवराज सिंह चौहान ने लिखा कि हमारी सरकार में कुछ खूंखार अपराधियों ने जेल ब्रेक कर भागने की कोशिश की थी मित्रो! लेकिन आपको याद होगा कि शासन-प्रशासन की तत्परता से वे ज्यादा दूर नहीं जा पाए! वैसी ही तत्परता की आशा हम कांग्रेस की सरकार से भी करते हैं।
घटना के करीब छह घंटे बाद सुबह साढ़े नौ बजे पुलिस को सूचना मिली कि जेल से करीब 10 किलोमीटर दूर खेजड़ागांव के पास आतंकी छिपे हैं। उसके बाद पुलिस ने खेजड़ागांव के पास पहाड़ी पर आतंकियों को घेर लिया खुद को घिरा देख आतंकियों ने पुलिस पर फायरिंग और पथराव शुरू कर दिया। लेकिन जवाबी कार्रवाई में आठ घंटे बाद ही सिमी के आठों आतंकी ढेर कर दिए गए।
भोपाल जेल ब्रेक की घटना के लगभग तीन साल भी नहीं हुए हैं, अब अपराधियों ने नीमच में जेल ब्रेक की घटना को अंजाम दिया है। नीमच जेल से चार कैदी रविवार को सुबह सलाखें काटकर फरार हो गएं। भागने वाले कैदियों में नारसिंह, लाला दुबे, पंकज और लेख राम शामिल है। इन कैदियों में दो तस्कर और एक हत्या का आरोपी है। वहीं एक रेप के मामले में सजा काट रहा था।
नीमच जेल ब्रेक की घटना के चौबीस घंटे से ज्यादा वक्त बीत गए हैं लेकिन पुलिस सिर्फ मुख्य साजिशकर्ता को छोड़कर किसी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। पुलिस कार्रवाई के नाम पर सिर्फ जेल अधीक्षक और दो प्रहरी को निलंबित किया है। ऐसे में शिवराज सिंह चौहान कांग्रेस सरकार के इकबाल पर सवाल उठा रहे हैं।