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भोपाल

भाजपा के 10 सांसदों की नेगेटिव रिपोर्ट, हारे मंत्रियों को लोकसभा लड़ाने पर विचार

– चुनाव प्रभारी स्वतंत्र देव और सह प्रभारी सतीश उपाध्याय ने तैयार की रिपोर्ट- अमित शाह को सौंपी जाएगी रिपोर्ट

भोपालJan 20, 2019 / 08:13 pm

harish divekar

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लोकसभा चुनाव के लिए प्रदेश के प्रभारी स्वतंत्र देव सिंह और सह प्रभारी सतीश उपाध्याय ने भाजपा सांसदों की परफॉर्मेंस रिपोर्ट तैयार कर ली है। पार्टी के 26 सांसदों में से 10 की रिपोर्ट बहुत नेगेटिव आई है। इन नेताओं ने प्रदेश में डेरा डालकर जमीनी आंकलन और फीडबैक के आधार पर ये रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट को पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को सौंपा जाएगा। 18 जनवरी को स्वंतत्र देव सिंह और सतीश उपाध्याय ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर बैठक की थी जिसमें प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह समेत सभी बड़े नेता मौजूद थे। 19 जनवरी को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ अलग से बैठक हुई। इसके अलावा इन नेताओं ने प्रदेश के अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात कर जमीनी तैयारी जानने की कोशिश की।
इस पूरी कवायद के बाद ये रिपोर्ट तैयार की गई है। इस रिपोर्ट के आधार पर ही टिकट का फैसला किया जाएगा। पार्टी चुनाव हारे मंत्रियों को उम्मीदवार बनाने पर विचार किया जा रहा है। भाजपा चुनाव प्रभारी स्वतंत्र देव सिंह का कहना है कि भाजपा मजबूर नहीं मजबूत प्रत्याशी मैदान में उतारेगी, उसी के लिए यह सारी कवायद की गई है।

– इन सांसदों की नेगेटिव रिपोर्ट :

राजगढ़ – रोडमल नागर
भोपाल – आलोक संजर

शहडोल – ज्ञान सिंह
खरगौन – सुभाष पटेल

सागर – लक्ष्मीनारायण यादव
धार – सावित्री ठाकुर

भिण्ड – भागीरथ प्रसाद
मुरैना – अनूप मिश्रा

बैतूल- ज्योति धूर्वे

देवास – मनोहर उंटवाल – अब विधायक बन चुके हैं।

– हारे मंत्री बन सकते हैं खेवनहार :
स्वतंत्र देव सिंह की रिपेार्ट में कुछ संभावित उम्मीदवारों के नाम भी लिखे गए हैं। इनमें विधानसभा चुनाव हारे मंत्रियों के नाम शामिल हैं। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पार्टी छिंदवाड़ा या विदिशा से उम्मीदवार बना सकती है। कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में टक्कर देने के लिए पार्टी को शिवराज से बेहतर उम्मीदवार नजर नहीं आ रहा। शिवराज पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ भी चुनाव लड़ चुके हैं,हालांकि वे चुनाव हार गए थे लेकिन मुकाबला रोचक हो गया था। खंडवा से मौजूदा सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के साथ ही पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस भी दावेदारी कर रही हैं। लोकसभा क्षेत्र में उनकी सक्रियता ने नंदकुमार को मुश्किल में डाल दिया है।

खजुराहो से पूर्व मंत्री कुसुम सिंह मेहदेले को उम्मीदवार बनाने पर विचार किया जा रहा है। ग्वालियर से पूर्व मंत्री माया सिंह को टिकट दिया जा सकता है। नरेन्द्र सिंह तोमर ग्वालियर की जगह मुरैना से चुनाव लड़ सकते हैं। इधर मुरैना से रुस्तम सिंह भी दावेदारी कर रहे हैं। ग्वालियर से माया सिंह को चुनाव लड़ाया जा सकता है। खरगौन से सुभाष पटेल की जगह पूर्व मंत्री अंतर सिंह आर्य को टिकट देने पर विचार किया जा रहा है।

– शाह करेंगे टिकट पर फैसला :

स्वतंत्र देव सिंह ये रिपोर्ट अमित शाह को सौंपेंगे। रिपोर्ट के आधार पर शाह उम्मीदवारों का फैसला करेंगे। इस बार का लोकसभा चुनाव भाजपा के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण है,इसलिए शाह ही टिकट का फैसला करने वाले हैं। जिताउ उम्मीदवारों के लिए शाह कई तरह से आंकलन करा रहे हैं। जिन मौजूदा विधायकों की रिपोर्ट कमजोर आएगी उनको दोबारा टिकट नहीं दिया जाएगा।
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