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डाक मतपत्र में लापरवाही बरतने पर एक एएसआइ निलंबित, दो आरक्षक दोषी

जांच के बाद कार्रवाई: डाक मतपत्र की गोपनीयता भंग करने का आरोप है

भोपालDec 06, 2018 / 01:33 am

Ram kailash napit

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भोपाल. पुलिस मुख्यालय स्थित होमगार्ड कैंटीन में मिले 74 डाकमत पत्र को लेकर की गई जांच में होमगार्ड की एक एएसआइ (एम) और दो आरक्षक दोषी पाए गए हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी सुदाम खाडे ने होमगार्ड डीजी को तीनों पर कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है। डीजी ने एएसआइ को निलंबित करते हुए दोनों आरक्षकों पर कार्रवाई की अनुशंसा की है।
तीनों पर डाक मतपत्र की गोपनीयता भंग करने का आरोप है। जबकि इन्हें डाकमतों को पोस्टमैन से लेने के बाद सुरक्षित स्थान पर रखना था। लापरवाही बरतते हुए कैंटीन में डाक मतपत्र रख दिए। इनमें से तीन में मत डल चुके थे, वे पिंक लिफाफे में थे। ओपन होने के कारण इन तीनों मतों को निरस्त कर दिया गया है। 71 डाक मतपत्र बिना उपयोग के निकले हैं। मंगलवार को डाक मतपत्र खुले में पड़े मिलने की सूचना से अधिकारियों में हड़कंप मच गया था।

जिला निर्वाचन अधिकारी की जांच में पता चला है कि एक दिसंबर को एएसआइ पूर्णिमा श्रीवास्तव ने पोस्टमैन से 85 डाक मत लेने के बाद आरक्षक श्याम सिंह को दिए। श्याम ने इन मतों को कैंटीन संचालित करने वाले आरक्षक अकील को थमा दिए। जबकि इन डाक मतपत्रों को सुरक्षित स्थान पर रखकर जिन आरक्षकों के नाम से आए थे, उनमें वितरित करने थे। तीन डाक मतपत्रों को अन्य आरक्षकों ने उपयोग कर पिंक लिफाफे में डालकर उन्हें पोस्ट न करते हुए कैंटीन में ही रख दिए। 11 डाक मतपत्र अन्य आरक्षकों को वितरित कर दिए थे। कैंटीन में 71 बिना उपयोग के डाक मतपत्र रखे हुए थे।

71 डाक मतपत्र बाहर गए आरक्षकों के
जांच में पाया कि जो 71 बिना उपयोग के डाक मतपत्र हैं, ज्यादातर उन आरक्षकों के हैं जो तेलंगाना और राजस्थान ड्यूटी पर हैं। ये रीवा, सतना, सीधी और राजगढ़ के हैं। लौटने पर ये डाक मतपत्र इन्हें वितरित किए जाने थे, लेकिन इससे पहले ही लापरवाही हो गई।
पोस्ट ऑफिस का अमला भी लापरवाह
पोस्ट ऑफिस के अधिकारियों और डाकिए ने डाक मतपत्रों को सामान्य डाक की तरह ट्रीट किया। जबकि गंभीरता बरतनी चाहिए। इस मामले को लेकर उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजेश श्रीवास्तव ने रिपोर्ट मांगी है।
कटनी: पत्रों की जांच पहुंची आयोग
कटनी में डाक मतपत्रों की पेटी की सील टूटने के प्रकरण में जांच के बाद आयोग ने कलेक्टर को क्लीनचिट दी। आयोग का कहना है कि जिला निर्वाचन कार्यालय के सामने डाक मतपत्र डालने के लिए पेटी लगाई हैं। रोजाना शाम को इससे पत्र निकाल लिए जाते हैं।
आयोग से शिकायत
वीवीपैट मशीनों की सुरक्षा, स्ट्रॉनग रूम के डेढ़ घंटे के वीडियो फुटेज नहीं देने और होमगार्ड मुख्यालय की कैंटीन में डाक मतपत्र मिलने पर बुधवार को कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत की। कांग्रेस ने पांच मशीनों की सील टूटी मिलने की भी चुनाव आयोग को शिकायत की है। आयोग ने जवाब दिया है कि मतगणना के दिन ही देखा जाएगा। कांग्रेस के जेपी धनोपिया ने कहा है कि शिकायतों का निराकरण नहीं किया गया तो हम कोर्ट जाएंगे।
ये भी हुई चूक
पोस्टमैन को डाक मतपत्रों को अलग-अलग नाम से आए आरक्षकों को देना था। एएसआइ ने उच्च अधिकारी से बात करने के बाद डाक मतपत्र लिए थे। पोस्टमैन भी दोषी है।

डाक मतपत्र जमा करने दिनभर भटकते रहे
बुधवार को डाक मतपत्र लेकर जमा करने के लिए कर्मचारी भटकते रहे। होमगार्ड मुख्यालय से कहा गया कि यह स्ट्रॉन्ग रूम में जमा होंगे। कर्मचारी जब स्ट्रॉन्ग रूम पहुंचे तो उन्हें वहां से भी लौटा दिया गया।
भोपाल जिले में 19 हजार डाक मतपत्र जारी किए हैं। ये रोजाना डाक से रिटर्निंग ऑफिसरों के यहां पिंक लिफाफे में पहुंच रहे हैं। 16 हजार डाक मतपत्र जमा हो चुके हैं।
डाक मतपत्र तीन लिफाफे में बंद रहता है। इसी में घोषणा-पत्र होता है। वोट के बाद उसे पिंक लिफाफे में बंद कर संबंधित रिटर्निंग ऑफिसर को पोस्ट करना होता है। हर विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसरों के यहां पेटी में डाल सकते हैं। काउंटिंग होने से पहले तक डाक मतपत्र पेटी में पड़ गया है तो वो मान्य किया जाएगा।

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