ऐसे समझें मामले की गंभीरता: साईं आधारशिला कॉलोनी निवासी डीपी त्रिपाठी के घर में बारिश में जलभराव की स्थिति बन गई थी। उनके घर के आसपास पानी जमा हुआ और घर में घुसने की स्थिति बनी। रात दस बजे निगम कॉल सेंटर पर शिकायत दर्ज कराई। निगम कर्मचारी आए और जल निकासी की अस्थायी व्यवस्था कर रवाना हो गए।
अब जरा सी भी बारिश होती है तो इनकी चिंता बढ़ जाती है। उनके पास ग्राम बरखेड़ा पठानी खसरा नंबर 399/2/2 पर विकसित हो रही एक नई कॉलोनी के डेवलपर द्वारा दीवार बनाकर क्षेत्र की प्राकृतिक जल निकासी रोकने से ये हालात बने हैं। स्थिति ये है कि डेवलपर के खिलाफ अवधपुरी थाने में शिकायत तक दर्ज करा दी गई।
इस स्थिति से आधारशिला समेत आसपास की तमाम कॉलोनियों के रहवासियों की चिंता बढ़ गर्ई है। होशंगाबाद रोड पर आशिमा मॉल के पास विकसित एक ही बिल्डर की दो कॉलोनियों के बीच नाले का पानी रोकने का विवाद महापौर की चौपाल तक पहुंचा।
दूसरे की सडक़ दिखाकर बेच दिए मकान
बरसाती नालों को अपनी कॉलोनी में प्रवेश करते ही बंद करने वाले डेवलपर्स के साथ कुछ ऐसे भी डेवलपर्स सामने आए हैं, जिन्होंने दूसरे की सडक़ को अपनी बताकर मकान-प्लॉट बेच दिए। ये मामला भानपुर पीपुल्स मॉल के पास नव विकसित कॉलोनियों का है। यहां छह कॉलोनियों को एक निजी जमीन पर बनी कच्ची रोड खुद की बताकर मकान बेच दिए गए।
बाद में जब पता चला कि जिस रोड को कॉलोनी वाले खुद की बताकर मुख्यमार्ग तक आ रहे हैं वो किसी की निजी भूमि है और इसके बंद होने पर वे कॉलोनी में सिमटकर रह जाएंगे। रहवासी अब रेरा की ओर रुख कर रहे हैं। रहवासी अरविंद शर्मा, सतीश पारोचे, भालेराव, महेश गौहर, सदीप राजपूत समेत तमाम लोग परेशान हैं।
नालों को रोकने वाले निर्माण को भी हटाने की मुहिम शुरू करेंगे
ये बिल्कुल सही है। खेत में निर्माण की अनुमतियां लेकर कॉलोनी काटी और बरसाती नाले बंद कर दिए। मास्टर प्लान रोड के साथ भी ऐसा ही हुआ। इसके लिए एक पॉलिसी बनानी चाहिए मैं इसके लिए पहल करूंगा। नालों को रोकने वाले निर्माण को भी हटाने की मुहिम शुरू करेंगे।
– आलोक शर्मा, महापौर