महिलाओं को दो-दो साडि़यों का वितरित
आगजनी की इस घटना के बाद लोगों के घर और घर में रखा कीमती सामान, कपड़े, किताबे आदि जलकर राख हो गई। इस घटना के बाद गायत्री शक्तिपीठ की ओर से एेसे लोगों के लिए जरुरी राहत उपलब्ध कराई गई। कार्यकर्ता बस्तीवालों के बीच पहुंचे, और उनकी जरुरी मदद की। इसके साथ ही यहां ६५ महिलाओं को दो-दो साडि़यों का वितरण किया गया, साथ ही बच्चों को खाद्य सामग्री आदि प्रदान की गई।
गायत्री शक्तिपीठ द्वारा सेवा कार्य
इसके बाद कार्यकर्ताओं ने महिलाओं को घरेलू बर्तन तैसे तवा, तपेली, परात सहित दैनिक उपयोग में आने वाली वस्तुएं प्रदान की गई। इस मौके पर एसएल पाटीदार, रश्मि त्रिवेदी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। गायत्री शक्तिपीठ के अशोक नेमा ने बताया कि पीडि़तों की मदद करना भगवान की सेवा है, इसी उद्देश्य से गायत्री शक्तिपीठ द्वारा सेवा कार्य भी किए जाते हैं। आगजनी की घटना में कई परिवारों के घर का सामान पूरी तरह जल गया है,
इसलिए शक्तिपीठ की ओर से उन्हें मदद उपलब्ध कराई गई है, ताकि वे फिर से अपना आशियाना बेहतर बना सके। आगे भी हम मदद करते रहेंगे। घर और घर में रखा कीमती सामान, कपड़े, किताबे आदि जलकर राख हो गई। इस घटना के बाद गायत्री शक्तिपीठ की ओर से एेसे लोगों के लिए जरुरी राहत उपलब्ध कराई गई। कार्यकर्ता बस्तीवालों के बीच पहुंचे, और उनकी जरुरी मदद की। इसके साथ ही यहां ६५ महिलाओं को दो-दो साडि़यों का वितरण किया गया, साथ ही बच्चों को खाद्य सामग्री आदि प्रदान की गई।