नई व्यवस्था के अनुसार ट्रेन में मिलने वाले भोजन के पैकेट पर अब सब-कुछ लिखना जरूरी कर दिया गया है। मूल्य से लेकर उसमें उपयोग में होने वाले मसाले तक की जानकारी लिखी होना जरूरी है।
एक लंबा समय हो गया, जब यात्री इस बात को लेकर शिकायत करते रहे है कि ट्रेन या प्लेटफॉर्म के केंटीन में मिलने वाला भोजन बेहद ही बेस्वादा या घटिया होता है। ऐसे में उनको पर्याप्त शुल्क देने के बाद भी भोजन अच्छा नहीं मिलता है।
इतना ही नहीं, जो भोजन मिलता है उसका दाम भी अधिक होता है। इसके बाद रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर से लेकर शिकायत तक के नंबर जारी किए। इन सब से भी जब व्यवस्था में कुछ खास बदलाव होता नजर नहीं आया तो अब एक नई व्यवस्था आगामी एक अक्टूबर से लागू की जा रही है।
रतलाम में ऐसे होगा लाभ
मंडल में इस नियम से लाभ होगा। असल में राजधानी व अगस्त क्रांति ट्रेन से मुंबई, दिल्ली, बांद्रा व निजामुद्दीन से आने वाले यात्रियों को इन ट्रेन में भोजन मिलता है। इन ट्रेन में आने वाले यात्रियों को भोजन गुणवत्ता वाला मिलेगा। इसके अलावा शुद्धता का भी ख्याल रखा जाएगा।
यात्रियों को लाभ होगा इससे
नए नियम से यात्रियों को लाभ ही होगा। सबसे बड़ी बात ये है कि इससे यात्रियों की ये शिकायत दूर हो जाएगी की अधिक दाम लिए गए।
– दिलीप गुप्ता, सदस्य, पश्चिम रेलवे उपभोक्ता सलाहकार समिति