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भोपाल

छवि को फिर से सुधारने के लिए ये छह सूत्रीय फार्मूला तैयार

पत्रिका से विशेष बातचीत में ने विजन पर की चर्चा, डायरेक्टर ने संस्थान की छवि को फिर से सुधारने के लिए तैयार किया छह सूत्रीय फार्मूला
 

भोपालMay 25, 2018 / 07:39 am

KRISHNAKANT SHUKLA

national law institute  university

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भोपाल@रिपोर्ट – शिवनारायण साहू.

पिछले दो सालों से भारी विवादों के चलते सुर्खियों में रहने वाली नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी (एनएलआइयू) के नवनियुक्त डायरेक्टर प्रो. वी विजय कुमार का मानना है कि संस्थान में एेसा बहुत कुछ है जिसमें वास्तव में बदलाव की जरूरत है। संस्थान में कुशल प्रबंधन की भारी कमी है। यही कारण है कि अच्छे कामों के कारण चर्चा में आने के बजाय संस्थान गलत कारणों से सुर्खियों में है। राष्ट्रीय स्तर के इस संस्थान की खोई हुई साख को पुन: वापस लाने के लिए उन्होंने छह सूत्रीय फार्मूला तैयार किया है। गुरुवार को पत्रिका से विशेष बातचीत में उन्होंने संस्थान में व्याप्त खामियों और खूबियों पर चर्चा करने के साथ ही अपने फार्मूले के बारे में भी बताया।

ये छह काम सुधारेंगे संस्थान की छवि

१-आइक्यूएसी की पहली बैठक १५ जून तक, दो साल पहले बनी पर आज तक बैठक ही नहीं हुई

संस्थान की शैक्षणिक एवं प्रबंधकीय गुणवत्ता पर नजर रखने के लिए बनाई गई इंटरनल क्वालिटी इंश्योरेंस सेल (आइक्यूएसी) की आज तक बैठक नहीं हुई। इस सेल का गठन दो साल पहले किया गया था। १५ सदस्यीय इस कमेटी में संस्थान के वरिष्ठ प्रबंधकीय अधिकारियों के साथ ही कई प्रबुद्ध लोग शामिल हैं, लेकिन यह कमेटी अपने गठन के साथ ही सुषुप्त अवस्था में पड़ी है।

डायरेक्टर ने बताया कि इसकी पहली बैठक १५ जून तक कर ली जाएगी। खास बात यह है कि इस कमेटी को थोड़ा छोटा भी किया गया है। अब इसमें केवल १२ सदस्य होंगे। साथ ही इसमें तीन बाहरी लोगों को भी शामिल किया गया है। जिनमें एक रिटायर्ड डीजी, सीए और यूजीसी के सेवानिवृत्त मेंबर शामिल हैं।
०२- टीचर के ऊपर से कम होगा वर्कलोड, होगी भर्ती

प्रो. वी विजय कुमार ने बताया कि यहां काफी संख्या में शैक्षणिक पद खाली पड़े हैं। एेसे में वर्तमान में अध्यापन का कार्य कर रहे असिस्टेंट प्रोफेसर, प्रोफेसर पर काफी वर्कलोड है। नियमानुसार एक सप्ताह में १४ घंटे का अध्यापन कार्य करना चाहिए, लेकिन अभी शिक्षकों को २० घंटे से अधिक पढ़ाना पड़ता है। इसके लिए रिक्त पड़े खाली पदों को भरा जाएगा। फिलहाल के लिए विभिन्न संस्थानों के सेवानिवृत्त एवं अनुभवी लोगों को भी गेस्ट फैकल्टी के रूप में जोड़ा जाएगा।
०३- टीचर्स का होगा ओरिएंटेशन, क्लर्क को दी जाएगी टे्रनिंग

संस्थान के शिक्षकों में नई ऊर्जा भरने और नवाचार के लिए उनका ओरिएंटेशन किया जाएगा। डायरेक्टर का मानना है कि यहां के शिक्षकों में नवाचार की कमी है। वे यहां पर काम करने वाले क्लर्क तक की ट्रेनिंग कराना चाहते हैं। उन्हें ढंग की नोटशीट तक लिखना नहीं आता। इसके लिए राज्य सरकार को भी पत्र लिखेंगे।
०४-संस्थान में टीचर बनेंगे एल्युमिनी

एनएलआइयू से पढ़कर अमेरिका, आस्टे्रलिया, इंग्लैंड जैसे देशों में रह रहे एल्युमिनी (संस्था के पुराने छात्र) यहां टीचर बनेंगे। प्रथम ट्राइ सेमेस्टर में एक पूर्व छात्र यहां ज्वाइन भी कर लेगा। अभी दो छात्रों से बात हो चुकी है।
०५- नॉन टीचिंग के रिक्त पदों पर भी होगी भर्ती-

इसके अलावा नॉन टीचिंग के रिक्त पड़े पदों पर भी भर्ती की जाएगी, ताकि संस्थान की व्यवस्थाओं को भी सुधारा जा सके।
०६- अंत में, फर्जीवाड़ा कर डिग्री लेने वालों पर कार्रवाई के लिए रिपोर्ट का इंतजार

फेल होने अथवा परीक्षा में अनुपस्थित रहने के बावजूद फर्जीवाड़ा कर डिग्री लेने वालों के विरुद्ध कार्रवाई के जवाब में उन्होंने कहा कि मामले की जांच चल रही है। फिलहाल जांच का इंतजार है। जांच में जो आएगा उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

 

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