बिट्टन मार्केट रविशंकर नगर माध्यमिक शाला में सुविधाघरों की हालत अपेक्षाकृत बेहतर मिली। यहां प्रधानाध्यापक दीपक जोशी ने बताया कि विभाग की ओर से सफाई पर दो हजार खर्च करने का प्रावधान है, लेकिन 150 रुपए महीने में सफाई संभव नहीं है, इसलिए अन्य खर्च के सात हजार तो मरम्मत के 10 हजार में से सफाई के लिए खर्च निकालकर हर दूसरे दिन सफाई कराते हैं।
नगर निगम से सफाई कराने के हैं निर्देश
शासन ने शहरी क्षेत्रों में शहरी क्षेत्रों में नगर निगम और ग्रामीण में पंच परमेश्वर योजना के तहत सफाई की व्यवस्था के निर्देश हैं। लेकिन अधिकतर स्थानों पर इसका पालन नहीं होता। शहर के स्कूलों में प्रधानाध्यापकों और प्राचार्यों से चर्चा में पता चला कि बार-बार कहने पर भी निगम कर्मी सुविधाघर साफ करना तो दूर परिसर में झाडू तक नहीं लगाते।
भी रही है, कमी वहीं हैं जहां इच्छाशक्ति की कमी है। अब मैने स्पॉट फाइन लगाने शुरू कर दिए हैं, जिस स्कूल में गंदगी मिलेगी वहां फाइन लगाया जाएगा। – नितिन सक्सेना, जिला शिक्षा अधिकारी