वित्त मंत्रालय की तरफ में बैंकों को यह कहा भी गया है कि बदलाव के बाद ग्राहकों को स्थानीय अखबारों के जरिए सूचित करें। दरअसल, इस बदलाव के बाद सीधे तौर पर ग्राहकों को ही फायदा होने वाला है। खासकर जो वर्किंग लोग हैं। क्योंकि ज्यादातर वर्किंग लोगों को दस बजे तक ऑफिस पहुंचना होता है। ऐसे में उन्हें बैंकिग काम निपटाने के लिए वक्त नहीं मिलता था। नया नियम अगर लागू होता है तो उन्हें ग्राहकों को फायदा होगा। एक रिपोर्ट के अनुसार मध्यप्रदेश में पब्लिक सेक्टर के बैंकों की संख्या करीब छह हजार से ज्यादा है।
सुबह 9 बजे से खुल सकते हैं बैंक
दरअसल, अभी तक पब्लिक सेक्टर के बैंकों में कामकाज सुबह 10 बजे के बाद ही शुरू होता था। वित्त मंत्रालय के बैंकिंग डिविजन ने यह फैसला लिया है कि सभी ग्रामीण और सरकारी बैंक सुबह 9 बजे से खुल जाएं। इसके लिए विभाग ने जून में एक बैठक भी की। इसी बैठक में यह तय हुआ था कि बैंक की शाखाएं ग्राहकों की सुविधा के हिसाब से खुलनी चाहिए। इस दौरान ही समय में बदलाव को मंजूरी दी गई है।
तीन टाइम हैं प्रस्तावित
इंडियन बैंक एसोसिएशन ने 24 जून को ग्राहक सुविधा पर गठित उपसमिति की बैठक में तीन विकल्प दिए थे। उस पर अंतिम निर्णय बैंकों को लेना है कि उसमें से उन्हें कौन सा विकल्प मंंजूर है। पहला यह है कि सुबह 9 बजे से लेकर शाम 3 बजे तक, दूसरा सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक और तीसरा सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक बैंक खुले। इंडियन बैंक एसोसिएशन ने ये तीनों विकल्प देकर बैंकों से कहा है कि 31 अगस्त तक सभी बैंक स्थानीय स्तर पर ग्राहक समन्वय समिति की बैठककर उनकी राय लें। और फिर समय तय कर लें, उसके बाद लोगों को सूचना दें।
इंडियन बैंक एसोसिएशन ने 24 जून को ग्राहक सुविधा पर गठित उपसमिति की बैठक में तीन विकल्प दिए थे। उस पर अंतिम निर्णय बैंकों को लेना है कि उसमें से उन्हें कौन सा विकल्प मंंजूर है। पहला यह है कि सुबह 9 बजे से लेकर शाम 3 बजे तक, दूसरा सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक और तीसरा सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक बैंक खुले। इंडियन बैंक एसोसिएशन ने ये तीनों विकल्प देकर बैंकों से कहा है कि 31 अगस्त तक सभी बैंक स्थानीय स्तर पर ग्राहक समन्वय समिति की बैठककर उनकी राय लें। और फिर समय तय कर लें, उसके बाद लोगों को सूचना दें।
ग्राहकों में भी हैं दो मत
बैंकिग सेक्टर के ग्राहकों में इसे लेकर दो मत हैं। कुछ लोग चाहते हैं कि बैंक सुबह में जल्दी खुल जाए ताकि बैंक का कामकाज निपटाकर ही ऑफिस जाएं। इसके अलावे ग्राहकों का एक धड़ा यह भी चाहता है कि बैंक देर शाम तक खुला रहे कि ऑफिस से निकलते वक्त काम निपटाकर घर लौटें। सुबह बैंक खुलने पर ग्रामीण इलाकों के ग्राहकों के लिए फायदेमंद साबित होगा। क्योंकि बैंक की शाखा सुदुरवर्ती जगहों में बसे गांवों से दूर होती है। ऐसे में वे जल्दी जाएंगे तो काम जल्दी निपटाकर लौटेंगे।
बैंकिग सेक्टर के ग्राहकों में इसे लेकर दो मत हैं। कुछ लोग चाहते हैं कि बैंक सुबह में जल्दी खुल जाए ताकि बैंक का कामकाज निपटाकर ही ऑफिस जाएं। इसके अलावे ग्राहकों का एक धड़ा यह भी चाहता है कि बैंक देर शाम तक खुला रहे कि ऑफिस से निकलते वक्त काम निपटाकर घर लौटें। सुबह बैंक खुलने पर ग्रामीण इलाकों के ग्राहकों के लिए फायदेमंद साबित होगा। क्योंकि बैंक की शाखा सुदुरवर्ती जगहों में बसे गांवों से दूर होती है। ऐसे में वे जल्दी जाएंगे तो काम जल्दी निपटाकर लौटेंगे।
हालांकि ग्राहक समन्वय समिति के साथ बैठक के बाद ही बैंक फैसला लेंगे। वहीं, बैंकों के पास यह भी विकल्प रहेगा कि पूर्व से निर्धारित समय भी शाखा खोल सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इससे जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि बैंक खुलने का नया समय सितंबर महीने में आने के बाद अमल में आने की संभावना है।