कोरोना काल के बाद आए बदलावों के बाद लोग लग्जीरियस लाइफ को प्राथमिकता देने लगे हैं। इसी का परिणाम है कि वर्ष 2022-23 के वित्तीय वर्ष में सौ में से 30 से 34 रजिस्ट्री 50 लाख या इससे ऊपर के सौदों की हो रही हैं। इसमें ड्यूप्लेक्स प्लॉट और फ्लैट शामिल हैं। इससे ऊपर के सौदों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। आवासीय में डेढ़ से दो करोड़ की प्रॉपर्टी के सौदे भी बढ़े हैं। पंजीयन अफसरों और सर्विस प्रोवाइडरों की मानें तो पहले लोग 50 लाख तक की प्रॉपर्टी खरीदने में हिचकते थे उनका बजट इतना नहीं होता था लेकिन अब वह लाइफ को और बेहतर बनाने की चाह में अच्छी प्रॉपर्टी के सौदे करने से हिचक नहीं रहे। वहीं बैंक भी उनको आसानी से लोन दे रही हैं। भोपाल में ये ट्रेंड पिछले एक साल में तेजी से बढ़ा है।
आइटी सेक्टर से बढ़ीं उम्मीदें
शहर के आसपास कई बड़े उद्योगों और आइटी सेक्टर से जुड़ी कंपनियों को बड़े-बड़े प्रोजेक्ट लगाने के लिए जमीनें दी गईं हैं। इससे कई बड़ी कंपनी जो बेंगलुरू दिल्ली मुम्बई चेन्नई कोलकाता में हैं उनके दफ्तर यहां खुल रहे हैं। ऐसे में कर्मचारियों के लिए फार्म हाउस और फ्लैट की खरीदी बढ़ी है। भविष्य को ध्यान में रखकर भोपाल अफोर्डेबल हाउसिंग के साथ लग्जीरियस रेंज की तरफ भी बढ़ रहा है।
फ्लोर खरीदने का बढ़ा कल्चर
पर्सनल लाइफ एक बड़ा फैक्टर बनकर उभरा है ऐसे में शहर में फ्लोर तक खरीदने का कल्चर तेजी से बढ़ रहा है। शहर में कई बड़े प्रोजेक्ट में फ्लोर तक उपलब्ध हैं। इसको देखते हुए कुछ और बिल्डर जल्द ही बड़े प्रोजेक्ट ला रहे हैं।
कोरोना काल की बचत आ रही काम
आइटी सेक्टर या अन्य बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी में सेलरी का अच्छा पैकेज होने से कोरोना काल में ऐसे लोगों की काफी बचत हुई। इस कारण लोग अधिक लोन लेने से नहीं हिचक रहे। बैंक भी ऐसे लोगों को अधिक लोन दे देती है।
इन इलाकों में डिमांड ज्यादा
शहर में बढ़ते व्यवसायीकरण के चलते कई क्षेत्रों में प्रॉपर्टी तीन से चार करोड़ की हैं। एक करोड़ तक के बजट में लग्जीरियस लाइफ के लिए लोग फार्म हाउस पसंद कर रहे हैं। नर्मदापुरम रोड अयोध्या बायपास रायसेन रोड नीलबड़ रातीबढ़ इंदौर रोड पर ऐसे सौदे ज्यादा हो रहे हैं।