दरअसल, राज्य सरकार इन दिनों ग्रामीण पर्यटन पर ज्यादा फोकस कर रही है। इससे ग्रामीणों को रोजगार से जोड़ने के साथ वहां के धार्मिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक स्थानों को स्थानीय स्तर पर संरक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है। सरकार का मानना है कि पर्यटन समितियों के जरिए स्थानीय लोग इसके प्रचार-प्रसार के साथ यहां पर्यटकों के लिए सुविधाएं विकसित कि आय का जरिया बना सकते हैं। इनके विकास के लिए महासंघ की ओर से समितियों को अनुदान दिया जाएगा। इसके अलावा विभागों के बजट से भी उस क्षेत्र का विकास किया जा सकेगा, जिसके देख-रख की जिम्मदारी स्थानीय समितियों की होगी।
पर्यटकों को मिलेगी सस्ती सेवाएं
ग्रामीण समितियों के जरिए पर्यटकों को सस्ती सेवाएं मिलेगी। क्योंकि ग्रामीण समितियां उन्हें अपने संसाधनों से सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ घरों में ठहराने, भोजन व्यवस्था, भ्रमण कराने और प्रसिद्ध चीजों के बारे में जानकारी देंगी और उन्हें खरीदी कराने का काम करेंगी।