मंत्रिमंडल विस्तार में जिन वरिष्ठ विधायकों को उम्मीद थी कि उन्हें संगठन में जगह मिलेगी, लेकिन उनकी जगह नए चेहरों पर भरोसा किया गया है। पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला को कार्यकारिणी में नहीं लिया गया,लेकिन उनके करीबी राजेश पांडे को उपाध्यक्ष बनाया गया है। इसी तरह पूर्व मंत्री रामपाल सिंह, संजय पाठक और अजय विश्नोई को भी संगठन में शामिल नहीं किया गया है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया जब से भाजपा में शामिल हुए हैं पार्टी ने उनके कद को ध्यान में रखते हुए उनके समर्थकों को जगहों दी है लेकिन माना जा रहा था कि सिंधिया समर्थक रक्षा सिरोनिया और मनोज चौधऱी को संगठन में शामिल किया जा सकता है लेकिन सिंधिया समर्थक मदन कुशवाहा को जगह मिली है। मदन कुशवाहा ग्वालियर जिले से आते हैं। वहीं, दूसरी तरफ सिंधिया समर्थक 11 नेता इस समय शिवराज कैबिनेट में मंत्री हैं।
माना जा रहा है कि सिंधिया समर्थक एक से दो नेताओं को निगम-मंडल में जगह मिल सकती है। शिवराज सरकार ने अभी तक निगम और मंडल की नियुक्तियां नहीं की हैं।
सिंधिया समर्थक दो नेता गोविंद सिंह राजपूत और तुलसी सिलावट को हाल ही में शिवराज कैबिनेट में शामिल किया गया है।