डाटा ही अपलोड नहीं हो रहा
आरजीपीवी प्रबंधन के तकनीकी विभाग का तस्र्रं है कि कमजोर इंटरनेट कनेक्टिविटी और अत्यधिक एक्सेस की वजह से विद्यार्थियों का डाटा ऑनलाइन अपलोड नहीं हो पा रहा है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले तकनीकी शिक्षा विभाग के निर्देश पर आरजीपीवी कार्यपरिषद ने आनन-फानन बैठक बुलाकर 10 मई से परीक्षाओं का प्रस्ताव पारित कर दिया था, जिसे अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। विद्यार्थियों ने दोनों प्रबंधकों से शिकायत की है कि लॉकडाउन समाप्त होने के बाद अधूरा कोर्स पूरा करने के बाद ही परीक्षाओं की नई तारीखों का ऐलान किया जाए।
इधर, आरजीपीवी प्रबंधन की ओर से किसी भी जिम्मेदार हैं अभी तक परीक्षा की तैयारियों को लेकर बयान जारी नहीं किया है। मार्च में प्रायोगिक परीक्षाएं टलने के बाद अप्रेल में मुख्य परीक्षाओं को निरस्त कर दिया गया था और मई में इन्हें आयोजित कराने का दावा किया जा रहा था। कुलपति सुनील गुप्ता ने एक हफ्ता पहले ही स्पष्ट किया था कि जुलाई से नया शिक्षण सत्र चालू कर दिया जाएगा, लेकिन परीक्षाओं का आयोजन टलने से यह कवायद भी ठंडे बस्ते में जाती दिख रही है। कुल मिलाकर प्रदेश की इंजीनियरिंग विद्यार्थियों का चालू शैक्षणिक सत्र अधर में लटका हुआ है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और एनएसयूआई सरकार को ज्ञापन सौंपकर विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन देने की मांग कर चुकी है।