मध्यप्रदेश की बात करें तो अब तक यह आंकड़ा 4700 के करीब पहुंच गया है। सबसे ज्यादा इंदौर में 2300 और भोपाल में 961 पर है। इसके अलावा उज्जैन में 284, जबलपुर में 168, बुरहानपुर में 122, खरगौन में 99, धार में 96, खंडवा में 81, रायसेन में मरीजों की संख्या 65 पहुंच गई है। जबकि देवास में 58, मंदसौर में 57 नीमच में 49, होशंगाबाद में 37, ग्वालियर में 54, रतलाम में 28, बड़वानी में 26, मुरैना में 27 मरीज हैं।
मध्यप्रदेश में कोरोना से मरने वालों की बात करें तो अब तक 240 की मौत हुई है। सबसे ज्यादा इंदौर में 98 मौत हुई है। इसके साथ ही भोपाल में 35, उज्जैन में 45, जबलपुर में 8, बुरहानपुर में 9, खरगौन में 8, धार में 2, खंडवा में 8 मरीजों की मौत हो चुकी है।
मध्यप्रदेश के लिए अच्छी खबर भी है कि कोरोना संक्रमण से ठीक होने का रिकवरी रेट 50 प्रतिशत पर पहुंच गया है। प्रदेश में अब तक 24 सौ से अधिक मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। सबसे अधिक इंदौर में 1100, भोपाल में 601, उज्जैन में 146, जबलपुर में 79, बुरहानपुर में 13, खरगौन में 62, धार में 69, खंडवा में 38, रायसेन में 56, देवास में 18, मंदसौर में 12, होशंगाबाद में 32, ग्वालियर में 16, रतलाम में 23, बड़वानी में 26, मुरैना में 18 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं।
मध्यप्रदेश से एक और अच्छी खबर यह है कि कोरोना के मरीजों का इलाज अब होम्योपैथी से करने को मंजूरी मिल गई है। शासकीय होम्योपैथी कॉलेज में तीन अति मंद लक्षणों वाले मरीजों का इलाज शुरू किया है। इसके साथ ही रिसर्च की भी मंजूरी दी गई है।
मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट तेज हो गई है। मंत्रिमंडल का विस्तार 17 मई के बाद कभी भी हो सकता है। इस सिलसिले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आलाकमान से चर्चा करने के लिए दिल्ली जा सकते हैं। माना जा रहा है कि इस विस्तार में 22 से 24 मंत्री शामिल किए जा सकते हैं।
पत्रिका की अपील है कि आप भी अपने घरों में रहें और स्वस्थ रहें।