देश में बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दाम से लोगों को राहत देते हुए मध्यप्रदेश सरकार ने भी एक कदम बढ़ाया है। शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री आवास में हुई बैठक में 5 फीसदी वैट कम करने का निर्णय ले लिया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और वित्तमंत्री जयंत मलैया के साथ ही ब्यूरोक्रेट्स भी शामिल थे।
इससे पहले अक्टूबर के पहले सप्ताह में भी केंद्र सरकार ने पेट्रोल के दामों में कटौती की थी, जिसके चलते पेट्रोल के रेट में 2 रुपए की कमी आ गई थी। वहीं उसके बाद इस बार दिवाली से कुछ दिन पहले ही राज्य सरकार ने भी जनता को राहत देते हुए वैट में कमी की है, जिसके कारण पेट्रोल व डीजल के रेटों में कमी आई।
मुख्यमंत्री आवास पर शुक्रवार सुबह शुरू हुई बैठक खत्म हो गई है। इसके बाद वित्तमंत्री जयंत मलैया ने मध्यप्रदेश में भी पांच फीसदी वैट कम करने की घोषणा की। फिलहाल पेट्रोल पर 31 प्रतिशत वैट और डीजल पर 27 फीसदी वैट लगता है। जो काफी अधिक है। फिलहाल भोपाल में देश में सबसे महंगा पेट्रोल और डीजल मिलता है।
जैसा की काफी दिनों से चली आ रही मशक्कत के बाद पेट्रोल और डीजल पर से पांच फीसदी वैट कम करने की उम्मीद की जा रही थी। दिया तोहफा :
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि वे केंद्र सरकार के इस पत्र को गंभीरता से विचार कर रहे हैं। मध्यप्रदेश के लोगों को दीपावली के मौके पर यह राहतभरा तोहफा दे दिया है। हालांकि पेट्रोल के भाव में करीब सवा रुपए ही कम होने से लोगों में थोड़ी निराशा है।
मध्यप्रदेश में पेट्रोल पर 28 फीसदी वैट 4 रुपए सेस लगता है। इसके बाद करीब 34 फीसदी टैक्स लग जाता है। डीजल पर 27 फीसदी वैट और 1.50 सेस लगता है। इसके बाद 31 फीसदी कीमत बढ़ जाती है।