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ढाई हजार तालाबों को संजीवनी देने बनेगा प्लान

locationभोपालPublished: Dec 08, 2019 09:12:56 pm

Submitted by:

anil chaudhary

– ग्रामसेवक, सचिव और पटवारी की जिम्मेदारी होगी तय- 14 हजार करोड़ रुपए खर्च करेगी सरकार

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भोपाल. प्रदेश सरकार 50 हजार से अधिक ग्रामीण तालाबों को बचाने के लिए एक्शन प्लान तैयार कर रही है। इसके तहत गहरीकरण से लेकर बारिश के दौरान तालाब भरने और संरक्षण को लेकर कार्य किया जाएगा। स्थानीय समितियों का तालाबों और पानी पर पूरा अधिकार होगा। इनकी सुरक्षा और प्रबंधन की जिम्मेदारी जनप्रतिनिधियों के हाथ में होगी। ग्रामसभा की बैठक में तालाबों के साफ-सफाई और पानी की स्वच्छता से जुड़े विषयों पर भी चर्चा की जाएगी।
प्रदेश में तीन हजार बड़े जर्जर तालाबों को चिंहित कर लिया गया है। इनमें से कई तालाबों का किनारा टूटने के कारण उनमें पानी नहीं रुकता है। साठ फीसदी से अधिक तालाब तो पट गए हैं। उनका गहरीकरण किया जाएगा। पंचायत स्तर पर बारिश के दौरान तालाब भरने के लिए जगह-जगह पर नदी-नालों के चैनल भी तैयार किए जाएंगे। सरकार तालाबों के मरम्मत और उनके रखरखाव पर करीब 14 हजार करोड़ रुपए से अधिक राशि खर्च करेगी।

– अतिक्रमण हटाने चलेगा अभियान
तालाबों में अतिक्रमण हटाने के लिए पंचायत स्तर पर अभियान चलाया जाएगा। सचिव और पटवारी तालाब की नपती करेंगे। तालाब का नक्शा, एरिया और अतिक्रमण की पूरी जानकारी तैयार उसकी पूरी रिपोर्ट जिला पंचायत कार्यालय को सौंपी जाएगी। तालाब के किनारे अवैध निर्माण अथवा खेती करने वालों को बेदखल किया जाएगा। कब्जा हटाने के बाद तालाब की जमीन पर फैंसिंग की जाएगी। इस पर ग्राम सचिव निगरानी रखेंगे। तालाब अगर सार्वजनिक स्थल, शासकीय भवन अथवा सड़क के किनारे है तो उसमें पास शासकीय जमीन पर पार्क भी बनया जाएगा।


– सिंचाई के लिए लेना होगी अनुमति
किसान तालाबों में मोटर लगाकर खेतों की सिंचाई नहीं कर पाएंगे। इसके लिए उन्हें पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से अनुमति लेना पड़ेगी। बड़े तालाबों में स्थानीय लोगों उपयोग के लिए दैनिक उपयोग और सिंचाई के लिए पीने का आरक्षित किया जाएगा।

– लगाए जाएंगे फलदार पौधे
तालाबों के किनारे पौधरोपण किया जाएगा। यहां ज्यादातर फलदार पौधे लगाए जाएंगे। स्थानीय लोगों को इसका दोहरा लाभ मिले। पौधरोपण स्व-सहायता समूह और मनरेगा के माध्यम से किया जाएगा। प्राधिकरण पौधरोपण और तालाब के रखरखाव और सुरक्षा की निगरानी समीक्षा करेगा। तालाब के रखरखाव में कमियां पाए जाने पर ग्रामसेवक और सचिव के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

 

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