पिता के नाम पर पुलिस की नजर ही नहीं गई
आईएसबीटी स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय पहुंचे आवेदक ने बताया कि मेरा नाम अब्दुल खान पिता करीम खान है। मेरे मोहल्ले में ही अब्दुल खान पिता कासिम खान नाम का व्यक्ति भी रहता है। जब पुलिस के पास पीवीआर के लिए मेरी फाइल पहुंची तो उन्होंने कासिम खान के बेटे अब्दुल खान का सत्यापन करके भेज दिया। जब उनका पासपोर्ट नहीं आया तब उन्होंने पासपोर्ट कार्यालय में संपर्क किया। तब उन्हें पुलिस के द्वारा की गई गलती का पता चला। इसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी से की। जिसके बाद उन्होंने दोबारा पुलिस सत्यापन कराने के आदेश दिए। इस मामले में पुलिस ने पिता का नाम पर ध्यान दिए बिना ही आवेदक को अपराधी बताते हुए एडवर्स रिपोर्ट दे दी।
दोबारा पुलिस सत्यापन के बाद जारी हुआ पासपोर्ट
इस मामले में क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी रश्मि बघेल ने बताया कि आवेदक की फाइल पीवीआर के लिए भेजी गई थी जिसमें उसकी एडवर्स रिपोर्ट आई थी। एक सा नाम होने की वजह से यह गफलत हुई है, आवेदक का दोबारा पुलिस सत्यापन कराया गया जिसके बाद उसे पासपोर्ट जारी कर दिया गया है। पासपोर्ट अधिकारी ने बताया कि आवेदक के इलाके में अब्दुल खान नाम का अन्य व्यक्ति भी रहता है जिसके पिता नाम भी ‘केÓ अक्षर से शुरू होता है, इस अब्दुल खान के नाम पर थाने में मारपीट का प्रकरण दर्ज था लिहाजा पुलिस ने एडवर्स रिपोर्ट भेजी गई।