इसके बाद DJ संचालकों ने भोपाल मुख्य निर्वाचन आयोग पहुंचकर निर्वाचन पदाधिकारी से मुलाकात की। संचालको ने चुनाव आयोग पर नाराजगी जाहिर करते कहा कि निर्वाचन आयोग ने डीजे को चुनाव के दौरान पूरी तरह से बंद कर दिया है इससे रोजगार भी ठप पड़ गया है।
सरकार ने दिया था सख्त निर्देश
इसके पहले मध्यप्रदेश सरकार ने तय मानक से अधिक आवाज में डीजे बजाने पर डीजे संचालक के खिलाफ केस दर्ज करने का निर्देश दिया था। साथ ही सख्त आदेश जारी करते हुए होटल मालिकों व मैरिज पैलेस प्रबंधको व डीजे संचालकों के साथ बैठक कर लापरवाही करने वाले पर कार्रवाई करने की हिदायतें दी थी।
बाद में चुनाव आचार संहिता के दौरान आयोग ने DJ पर चुनाव तक पूरा तरह प्रतिबंध लगा दिया था। जिसके बाद से DJ संचालकों के रोजगार पर गहरा प्रभाव पड़ा। इसी विरोध में शुक्रवार को भोपाल शहर के सभी डीजे संचालकों ने आयोग के सामने प्रदर्शन करते हुए आपनी बात रखी।