अन्य जगह करवाएं व्यवस्था
इस आपाधापी के दौरान विद्यार्थियों के लिए की जाने वाली व्यवस्थाओं का किसी को ख्याल भी नहीं आया। विद्यार्थियों ने अब मैनिट डायरेक्टर से मांग की है कि साल की शुरुआत में ली गई मोटी फीस के बदले इंजीनियरिंग विद्यार्थियों को शहर में किसी अन्य स्थान पर रहने एवं खाने की सुरक्षा व्यवस्था करवा कर दी जाए।
राष्ट्रपति कार्यालय, पीएमओ तक शिकायत
प्रबंधन की ओर से इस मामले में पहले ही हाथ खड़ा कर दिया गया है कि फैसला जिला प्रशासन की ओर से लिया गया है, प्रबंधन की ओर से नहीं। इसलिए इस मामले में डायरेक्टर कार्यालय की तरफ से कोई खास इंतजाम नहीं किए जा सकेंगे। उल्लेखनीय है कि मैनिट प्रशासन और जिला प्रशासन की कार्रवाई के विरोध में विद्यार्थियों ने प्रधानमंत्री, राजभवन एवं राष्ट्रपति कार्यालय को ई-मेल भेजकर शिकायत करते हुए हस्तक्षेप की मांग की थी, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इंजीनियरिंग विद्यार्थी अब बारिश के मौसम में शहर के रहवासी क्षेत्रों में किराए के कमरे तलाश रहे हैं। संक्रमण के इस दौर में कोई भी मकान मालिक आसानी से विद्यार्थियों को किराए के घर मुहैया कराने मैं संकोच कर रहा है।