कांग्रेस का प्रयास है कि राहुल गांधी सितम्बर माह के पहले सप्ताह से ही प्रदेश का चुनावी दौरा शुरू कर दें। इसके लिए पार्टी ने अपने स्तर पर तैयारी कर ली है। चुनावी दौरे के लिए सर्वसुविधा युक्त बस का इंतजाम किया गया है। इस बस में एक दर्जन लोगों के बैठने की व्यवस्था है। इसी बस में राहुल के साथ प्रदेश कांग्रेस के अन्य बड़े नेता इसमें सवार होंगे। स्थान-स्थान पर सभाएं होंगीं। नेताओं के एक मंच पर होने से यह संदेश देने का प्रयास किया जाएगा कि सभी एक हैं। राहुल पहले चरण में मालवा-निमाड़ की २२ विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेंगे।
सियासी मायने भी हैं ओंकारेश्वर से प्रचार के – ओंकारेश्वर से चुनाव प्रचार के सियासी मायने भी हैं। खंडवा जिले में यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। चुनाव प्रचार पर निकलने के पहले राहुल मंदिर जाएंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अपनी चुनावी यात्रा की महाकालेश्वर मंदिर से पूजा अर्चना के साथ की थी। इसलिए कांग्रेस भी सॉफ्ट हिन्दुत्व कार्ड खेलना चाहती है। राहुल चुनावी दौरे के वक्त अन्य धार्मिक स्थल भी जा सकते हैं।