सूचना लीक कैसे हो गई इसकी जांच कराई जा रही
टीम के डीके वर्मा ने बताया कि इस कार्रवाई की सूचना केवल प्रशासन और विभाग को थी, लेकिन सूचना लीक कैसे हो गई इसकी जांच कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि भिंड से वाहन आने की सूचना मिलने पर कार्रवाई की गई। जांच में पता चला कि वाहन किसी रामवीर सिंह के नाम पर रजिस्टर्ड है। गुरुवार सुबह 5 बजे शुरू हुई कार्रवाई के दौरान बैरसिया से टीम ने चार चिलिंग प्लांट की जांच की और यहां दूध के नमूने
जब्त किए।
लड्डू बनाने का कारखाना सील
इसके बाद जांच टीम ने बर्री गांव से सूरज डेरी से दो और इमला चौकी की राजा डेरी से दूध के दो नमूने लिए। इसी प्रकार बगैर लाइसेंस चल रहे लड्डू बनाने के कारखाने पर कार्रवाई करते हुए भवन सील किया गया। इसके साथ ही टीम ने अशोका गार्डन इलाके में संतोष छाबड़ा के मकान पर भी छापेमारी की है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों से जानकारी मांगी
एसटीएफ की तरफ से दूध, पनीर में मिलावट का खुलासा करने के बाद राजधानी सहित प्रदेश में लगातार दूध, पनीर, घी के सैम्पल लिए जा रहे हैं। लेकिन स्टेट लैब से रिपोर्ट मिलने में देरी हो रही है। शुक्रवार को भोपाल कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने रिपोर्ट के संबंध में तीन बार खाद्य सुरक्षा अधिकारियों से जानकारी मांगी।
तब अधिकारी स्टेट लैब जाकर भोपाल के 92 सैम्पलों में से सात की रिपोर्ट लेकर आए हैं। इनमें से छह सांची के और एक अवधपुरी स्थित सुधा डेयरी के सैम्पल की रिपोर्ट है। सभी सातों सैम्पल लैब में पास हो गए हैं। राजधानी के अधिकारी इसी पर खुशी जाहिर कर रहे हैं जबकि 85 सैम्पलों की रिपोर्ट अभी बाकी है।
जनवरी माह से अब तक भोपाल से 314 सैम्पल लिए जा चुके हैं। इधर मुरैना, देवास, उज्जैन, रीवा, छिंदवाड़ा व ग्वालियर जिले के दूध और पनीर के सैम्पल अमानक पाए गए हैं। 76 में से सात में केमिकल मिला पाया गया, दो में यूरिया। 31 सैम्पल अवमानक पाए गए हैं।