दुनिया भर में तहलका मचाने वाला रैनसम वेयर अटैक का डर मध्यप्रदेश सरकार को भी है। वो इस वायरस से बचने के लिए तमाम कोशिश में लग गई है।
सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रभांशु कमल ने सभी विभागों के प्रमुख सचिव, आयुक्त व अन्य विभागाध्यक्षों को ई-वर्किंग को लेकर एहतियात बरतने के निर्देश के साथ गाइडलाइन भेजी है।
सभी विभागों को रैनसम वेयर अटैक के बारे में बताकर साइबर सिक्योरिटी अपनाने को कहा है। सभी को कहा, जहां-जहां डिजिटल सिग्नेचर होते हैं और वित्तीय लेन-देन है, वहां विशेष तौर पर सतर्कता बरती जाए।
जहां कहीं पर भी गड़बड़ी होती है, वहां संबंधित अफसर की जवाबदेही होगी। वायरस अटैक की स्थिति में कम्प्यूटर-लैपटॉप को शट-डाउन करने और इंटरनेट कनेक्शन डिसकनेक्ट करने की हिदायत दी है। साथ ही इंडियन कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम और साइबर स्वच्छता केंद्र को सूचना भेजने के साथ ही राज्य सरकार को भी जानकारी भेजने को कहा है।
प्रदेश में अनचाहे ई-मेल सरकारी मेल-एड्रेस पर आने से इस वायरस के अटैक की आशंका सरकार को हुई है। इस पर सभी विभागों को अलर्ट जारी किया गया है। इसमें वायरस से बचने व निपटने की गाइडलाइन भेजी गई है।
क्यों पड़ी जरूरत
सरकार ई-वर्किंग को बढ़ावा दे रही है। सभी प्रमुख सचिव व विभागाध्यक्ष भी इसे अपना रहे हैं। सरकारी लेन-देन अब ई-फार्मेट में हो रहा है। मंत्रालय में ई-ऑफिस तैयार किया जा रहा है। इससे सरकारी ई-डाटा को सुरक्षित रखने और सायबर अटैक से सतर्कता रखने यह निर्देश दिए गए हैं।
ये सतर्कता बरतने के निर्देश
कम्प्यूटर-लैपटॉप में नवीनतम ऑपरेटिंग सिस्टम का प्रयोग हो। सिस्टम नियमित अपडेट हो।
पुराने विंडोज एक्सपी, विंडोज-९८, विंडोज-७ में माइक्रोसाफ्ट के एमएस१७-१० की सुरक्षा दें।
अधिकृत एंटीवायरस का इस्तेमाल और अपडेशन अनिवार्यत: करें।
अवांछित ई-मेल न खोलें। संदेहास्पद ई-मेल तुरंत डिलीट करें आदि हैं।
अधिकृत अटैच्ड फाइल ही डाउनलोड करें।
– माइक्रोसाफ्ट वर्ड, एक्सेल व अन्य एप्लीकेशन में मैक्रो इनेबल न करें।
– पेनड्राइव व अन्य स्टोरेज व कार्ड एंटी वायरस से स्केन के बाद ही इस्तेमाल करें।
– नियमित डाटा बैकअप लें। गैर-विश्वसनीय वेबसाइट ब्राउज न करें। वायरस अटैक पर तुंरत लेन-केबल अलग करें।
– वायरस अटैक पर तुरंत वाई-फाई व इंटरनेट बंद करें।
– पब्लिक प्लेस व पब्लिक इंटरनेट सेवा पर डिजिटल सिग्नेचर व सरकारी लिंक न ओपन करें।