वहीं इन विधायकों ने कर्नाटक के डीजीपी को पत्र लिखकर अपनी सुरक्षा की मांग की।
– विधायक मनोज चौधरी ने कहा कि वे दिग्विजय से मिल सकते हैं लेकिन उनकी कुछ शर्तें हैं। उन्होंने वीडियो के जरिए कहा कि वे अपनी मर्ज़ी से यहां आए हैं। वो दिग्विजय सिंह से मिलने के लिए तैयार हैं. लेकिन उससे पहले दिग्विजय सिंह उनके निर्वाचन क्षेत्र की तमाम सड़कों को देखकर आएं, उन किसानों से मिलकर आएं जिन पर झूठे केस लाद दिए गए हैं।
– विधायक मनोज चौधरी ने कहा कि वे दिग्विजय से मिल सकते हैं लेकिन उनकी कुछ शर्तें हैं। उन्होंने वीडियो के जरिए कहा कि वे अपनी मर्ज़ी से यहां आए हैं। वो दिग्विजय सिंह से मिलने के लिए तैयार हैं. लेकिन उससे पहले दिग्विजय सिंह उनके निर्वाचन क्षेत्र की तमाम सड़कों को देखकर आएं, उन किसानों से मिलकर आएं जिन पर झूठे केस लाद दिए गए हैं।
– विधायक पद से इस्तीफा दे चुके बिसाहूलाल सिंह कह रहे हैं कि मैं 40 साल से दिग्विजय सिंह को अपना नेता मानता आ रहा हंू. पार्टी में वरिष्ठ होने के नाते मैं मंत्री पद का स्वाभाविक दावेदार था, लेकिन दिग्विजय सिंह के भाई-भतीजावाद के कारण मुझे मंत्री नहीं बनाया गया, वो अपने बयान में राहुल गांधी तक का हवाला दे रहे हैं।
– विधायक कमलेश जाटव का कहना है कि हम लोग स्वेच्छा से आये हैं, स्वेच्छा से जाएंगे। कांग्रेस के बड़े नेता आए हैं, लेकिन अब ये फालतू क्यों परेशान हो रहे हैं, उन्होंने आरोप लगाया कि ये नेता क्षेत्र की जनता का कोई काम नही कर रहे थे, इसलिए अब ये वापिस चले जाएं।
– विधायक सुरेश धाकड़ ने कहा कि मैं अपनी मर्ज़ी से यहां आया हंू और अपना इस्तीफा भेजा है। दिग्विजय सिंह यहां आए हैं लेकिन इन्हीं की वजह से कांग्रेस की नैया डूबी है, हम इनसे नहीं मिलना चाहते।
– पूर्व मंत्री इमरती देवी ने कहा कि मैं मंत्री रही हूं, अभी पता चला है कि दिग्विजय सिंह आए हैं, लेकिन हम दिग्विजय सिंह की वजह से भी भोपाल से भागे हैं। उन्होंने पूरी कांग्रेस बर्बाद कर दी। ऐसी कांग्रेस में हम नहीं रहना चाहते, जहां दिग्विजय सिंह हों।
– विधायक जसवंत जाटव ने कहा कि दिग्विजय सिंह की वजह से हमारी और कांग्रेस की ये दुर्गति हुई है। मैंने कर्नाटक सरकार से अपने लिए सुरक्षा की मांग की है।
– पूर्व मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि मैं स्वास्थ्य मंत्री था, स्वयं की इच्छा से यहां आया हूं, दिग्विजय आये हैं, लेकिन हमें उनसे नहीं मिलना।
– विधायक मुन्नालाल गोयल ने कहा कि दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस का बंटाधार कर दिया।
– विधायक रघुराज कंसाना ने कहा कि दिग्विजय सिंह की वजह से ये सरकार गई है।
– पूर्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि वे स्वेच्छा से यहां पर हैं, उन पर कोई दवाब नहीं है। कांग्रेस के मंत्री झूठ बोल रहे हैं।
– विधायक कमलेश जाटव का कहना है कि हम लोग स्वेच्छा से आये हैं, स्वेच्छा से जाएंगे। कांग्रेस के बड़े नेता आए हैं, लेकिन अब ये फालतू क्यों परेशान हो रहे हैं, उन्होंने आरोप लगाया कि ये नेता क्षेत्र की जनता का कोई काम नही कर रहे थे, इसलिए अब ये वापिस चले जाएं।
– विधायक सुरेश धाकड़ ने कहा कि मैं अपनी मर्ज़ी से यहां आया हंू और अपना इस्तीफा भेजा है। दिग्विजय सिंह यहां आए हैं लेकिन इन्हीं की वजह से कांग्रेस की नैया डूबी है, हम इनसे नहीं मिलना चाहते।
– पूर्व मंत्री इमरती देवी ने कहा कि मैं मंत्री रही हूं, अभी पता चला है कि दिग्विजय सिंह आए हैं, लेकिन हम दिग्विजय सिंह की वजह से भी भोपाल से भागे हैं। उन्होंने पूरी कांग्रेस बर्बाद कर दी। ऐसी कांग्रेस में हम नहीं रहना चाहते, जहां दिग्विजय सिंह हों।
– विधायक जसवंत जाटव ने कहा कि दिग्विजय सिंह की वजह से हमारी और कांग्रेस की ये दुर्गति हुई है। मैंने कर्नाटक सरकार से अपने लिए सुरक्षा की मांग की है।
– पूर्व मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि मैं स्वास्थ्य मंत्री था, स्वयं की इच्छा से यहां आया हूं, दिग्विजय आये हैं, लेकिन हमें उनसे नहीं मिलना।
– विधायक मुन्नालाल गोयल ने कहा कि दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस का बंटाधार कर दिया।
– विधायक रघुराज कंसाना ने कहा कि दिग्विजय सिंह की वजह से ये सरकार गई है।
– पूर्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि वे स्वेच्छा से यहां पर हैं, उन पर कोई दवाब नहीं है। कांग्रेस के मंत्री झूठ बोल रहे हैं।