सब्जी विक्रेता कहते हैं कि शीत ऋतु में हर साल हरी सब्जियों की भरपूर आवक होती है। इसलिए ग्राहकों को इस सीजन में पूरे साल से कम दामों पर सब्जियां मिलती हैं। इस बार मानसून के देरी से विदा होने के कारण स्थानीय फसलों के आने में देरी हुई।
लोगों को राहत
मौसमी हरी सब्जियों की आवक से भावों में भी गिरावट दर्ज की गई है। आलू, टमाटर और प्याज के आसमान छूते दामों में गिरावट से लोगों को राहत मिली है। भिडी, शिमला मिर्च, टमाटर, आलू और प्याज के साथ ही अन्य सब्जियों की कीमत कम हुई है।
मौसमी हरी सब्जियों की आवक से भावों में भी गिरावट दर्ज की गई है। आलू, टमाटर और प्याज के आसमान छूते दामों में गिरावट से लोगों को राहत मिली है। भिडी, शिमला मिर्च, टमाटर, आलू और प्याज के साथ ही अन्य सब्जियों की कीमत कम हुई है।
कितनी कमी
टमाटर जो 40 रुपए किलो में मिल रहा था, वह अब 25 से 30 रुपए तक में मिल रहा है। हालांकि प्याज 70 से 60 रुपए किलो हो गया है। आलू 40 से 45 रुपए किलो में बिक रहा है तो फूल गोभी 50, पत्ता गोभी 40 तो सेम 80 रुपए किलो में मिल रहा है। हरी मिर्च और अदरक की कीमत में भी गिरावट देखने को मिली है।
टमाटर जो 40 रुपए किलो में मिल रहा था, वह अब 25 से 30 रुपए तक में मिल रहा है। हालांकि प्याज 70 से 60 रुपए किलो हो गया है। आलू 40 से 45 रुपए किलो में बिक रहा है तो फूल गोभी 50, पत्ता गोभी 40 तो सेम 80 रुपए किलो में मिल रहा है। हरी मिर्च और अदरक की कीमत में भी गिरावट देखने को मिली है।