आम आदमी पार्टी ने मध्यप्रदेश, राजस्थान में भी तेजी से पांव पसारना शुरू कर दिया है। दोनों ही प्रदेशों की राजधानी में कार्यालय भी बना दिए गए हैं। और तेजी से सियासी समीकरण भी बैठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में मध्यप्रदेश में हो रहे निकाय चुनावों को आम आदमी अवसर में बदलना चाह रही है। आम आदमी पार्टी निकाय चुनाव में उतरकर खुद की पकड़ और जनता की नब्ज टटोलने में जुटी है। लेकिन दिलचस्प है कि आप की निगाहें राजधानी भोपाल से 700 किलोमीटर दूर सिगरौली जिले पर टिकी हैं।
दिल्ली के सियासी सल्तनत पर राज करने वाली
आम आदमी पार्टी का उत्साह तब और दोगुना हो गया जब पंजाब के विधानसभा चुनाव के परिणामों में जनता ने आप को जनादेश सौंप दिया। पंजाब पर काबिज होते ही ये चर्चा आम हो गई थी कि अब आप के सियासी सूरत ए हाल तेजी से बदलेंगे। और हुआ भी ठीक वैसे ही…पार्टी मजबूत स्थिति में तो पहुंच ही गई साथ ही आम जनमानस का आप पार्टी के प्रति नजरिया भी बदल गया। अब तो हालात कई राज्यों में ऐसे बन गए हैं जहां लोग भाजपा के मुकाबले में कांग्रेस को नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी को देख रहे हैं।
एमपी में एंट्री का रूटमैप तैयारआम आदमी पार्टी ने मध्यप्रदेश, राजस्थान में भी तेजी से पांव पसारना शुरू कर दिया है। दोनों ही प्रदेशों की राजधानी में कार्यालय भी बना दिए गए हैं। और तेजी से सियासी समीकरण भी बैठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में मध्यप्रदेश में हो रहे निकाय चुनावों को आम आदमी अवसर में बदलना चाह रही है। आम आदमी पार्टी निकाय चुनाव में उतरकर खुद की पकड़ और जनता की नब्ज टटोलने में जुटी है। लेकिन दिलचस्प है कि आप की निगाहें राजधानी भोपाल से 700 किलोमीटर दूर सिगरौली जिले पर टिकी हैं। दरअसल आप सिंगरौली से सियासी संभावनाए तलाश रही है। इसके पीछे की मुख्य वजह ये है कि सिंगरौली में आप बेहद मजबूत स्थिति में है। लिहाजा इसी मजबूती को भांपते हुए सीएम केजरीवाल ने खुद मोर्चा संभाला और रोड- शो करने सिंगरौली पहुंच गए। जहां उन्होंने कहा कि एक बार आप को मौका दो अगर काम नहीं करे तो मार कर भगा देना।
सिंगरौली में आप की प्रत्याशी की पकड़ मजबूतसिंगरौली में आम आदमी पार्टी ने महापौर के लिए रानी अग्रवाल को उतारा है। ये वहीं रानी अग्रवाल है जिन्हें पार्टी ने विधानसभा चुनावों में भी उतारा था। और रान अग्रवाल ने चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करते हुए विरोधियों को हैरान कर दिया था। रानी अग्रवाल भाजपा और कांग्रेस को टक्कर देते हुए महज 1500 वोटों से चुनाव हार गईं थीं। नगर निगम के चुनावों में भी रानी अग्रवाल विरोधियों को कड़ी टक्कर दे रही हैं। इसी का नतीजा है की केजरीवाल ने सियासी भविष्य देखते हुए सिंगरौली में रोड- शो करने का फैसला लिया।
Home / Bhopal / mp nikay chunav 2022: मध्यप्रदेश में ‘आप’ की सियासी एंट्री का रूटमैप तैयार, केजरीवाल ने फूंकी जान