यहां सचिन पायलट एमपी के सीएम डॉक्टर मोहन यादव के गृहनगर और महाकाल नगरी उज्जैन में कांग्रेस के स्टार प्रचारक के रूप में आ रहे हैं। सचिन पायलट कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में वोट मांगेंगे। इसके साथ ही सचिन पायलट मंदसौर और देवास लोकसभा क्षेत्र में भी जनसभा को सम्बोधित करेंगे।
बता दें कि मालवांचल वही क्षेत्र है, जो पिछले 20 साल से बीजेपी की सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद बीजेपी ने एमपी की राजनीति में बड़ा दांव खेलते हुए प्रदेश को मालवांचल का मुख्यमंत्री दिया। वहीं इसी मालवांचल से प्रदेश को उपमुख्यमंत्री के रूप में जगदीश देवड़ा को चुना गया।
कांग्रेस का पूरा फोकस मालवांचल पर
राजनीतिक जानकारों की मानें तो तीन आदिवासी लोक सभा सीट वाले मालवांचल पर कांग्रेस का पूरा फोकस है। कांग्रेस इन लोक सभा सीट्स को लेकर उत्साहित भी है क्योंकि 2023 के विधान सभा चुनावों में कांग्रेस ने खरगोन, धार और रतलाम जैसी सुरक्षित सीट्स पर ज्यादा सीटें जीतीं हैं। यही कारण है कि कांग्रेस को इन लोकसभा सभा चुनावों में मालवांचल से जीत की पूरी उम्मीद नजर रही है। 13 मई को होंगे मतदान, आदिवासी, ओबीसी को साधने की कोशिश
मालवांचल गुर्जर और आदिवासी बहुल क्षेत्र है, सचिन पायलट इन्हीं वर्गों को साधकर बीजेपी के गढ़ में सेंध लगाने की कोशिश करेंगे। बता दें कि मालवांचल में धार, झाबुआ, रतलाम, देवास, इंदौर, उज्जैन, मंदसौर, सीहोर, शाजापुर, रायसेन, राजगढ़ तथा विदिशा जिले आते हैं। जबकि यहां देवास, उज्जैन, इंदौर, मंदसौर, रतलाम, धार, खरगोन, खंडवा में चौथे चरण के मतदान 13 मई 2024 को होंगे।