लोग यहां से बिना किसी रोक टोक के आवागमन करते हैं। इससे जानवरों के रनवे तक पहुंचने की संभावना बनी रहती है, फिर भी एयरपोर्ट प्रबंधन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। इससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। कई बार रनवे तक जानवर पहुंच चुके हैं। इससे हादसे हो सकते थे, इसके बाद भी एयरपोर्ट अथॉरिटी ने कोई सुध नहीं ली। यहां दर्जनों कालोनियां बन गई हैं, जहां रहने वाले कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा बार-बार दीवार तोड़ दी जाती है। इससे फैसिंग के भरोसे ही एयरपोर्ट की सुरक्षा हो रही है।
कई बार अथॉरिटी करवा चुकी है मरम्मत
कई बार ऐसा हो चुका है, जब रनवे तक जंगली जानवर पहुंच गए हैं। इसे देखते हुए प्रबंधन ने चारों ओर सुरक्षा बढ़ाने के साथ ही सीमा पर तोड़ी गई दीवारों को बंद कराया था। इसके बाद भी असामजिक तत्वों द्वारा बार-बार यह दीवार तोड़ दी जाती है।
सुरक्षा में यह चूक हो सकती है
जानवरों का रनवे पर अचानक आ जाना
लैंडिग के दौरान सिग्नल में परेशानी
संदिग्ध लोगों का आसानी से एयरपोर्ट में घुसना
करीब एक दर्जन से अधिक कालोनियां हंै बाउंड्री के आस-पास
विमान से जानवर टकराने की वजह से हो सकता है हादसा
जुलाई 2012 में घुस आया था भालू: 16 जुलाई 2012 को एयरपोर्ट में भालू देखा गया था, जिसकी कई दिनों की तलाश के बाद वन विभाग की टीम ने उसे पकड़ा था। इन जानवरों के रनवे पर पहुंचने से लैंडिग के दौरान विमानों के टकराने का डर बना रहता है। इसके बाद भी प्रबंधन ने ठोस कदम नहीं उठाए। 21 अक्टूबर 2013 को एयरपोर्ट में तेंदुआ घुस गया था, जिसे वन विभाग की ने पकड़ा था।