न्याय व्यवस्था में आएगी कसावट
पं. प्रहलाद पंड्या के अनुसार शनि को न्याय का देवता माना जाता है। शनिदेव एक राशि में लगभग ढाई साल या उससे अधिक रहते हैं, और एक राशि में रहते हुए पांच राशियों को प्रभावित करते हैं। मकर शनि की स्वराशि है, इस लिहाज से शनि के मकर राशि में आने के बाद कई सकारात्मक बदलाव भी दिखाई देंगे। खासकर न्याय व्यवस्था में कसावट आएगी, अपराधियों को दंड मिलेगा और न्याय प्रणाली काफी मजबूत होगी। नौकरियों, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, लोहा, स्टील से संबंधित उद्योगों में वृद्धि और विस्तार होगा। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की ख्याति मजबूत होगी। इसी प्रकार खाद्य सामग्री, सोने चांदी, वस्त्र के दाम बढ़ेंगे। राजनीतिक दलों में आपसी संघर्ष की स्थितियां बनेगी और आरोप प्रत्यारोप लगेंगे।
किसी के लिए लाभकारी तो किसी को बरतनी होगी सावधानी
एस्ट्रोलॉजिस्ट अंजना गुप्ता ने बताया कि शनि के राशि परिवर्तन के बाद धनु राशि में साढ़े साती का अंतिम चरण रहेगा, जो लाभदायक रहेगा। मकर राशि े लिए दूसरा चरण होगा, ऐसे में काम में सफलता मिलने में देरी हो सकती है। इसी प्रकार कुंभ राशि में पहला चरण रहेगा, ऐसे में इन राशि के जातकों को परेशानियां, वाद विवाद का सामना करना पड़ सकता है। इसी प्रकार मिथुन राशि पर ढैया होने से खर्चे अधिक होंगे, वाद विवाह होंगे। तुला राशि में भी ढैया रहेगा रहेगा लेकिन इन राशि वालों को नौकरी में सफलता और नए अवसर मिल सकते हैं। इसी प्रकार जिन राशियों से साढ़े साती और ढैया का प्रभाव खत्म हो गया है, उनके अटके हुए काम बनेंगे, आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा, स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से मुक्ति मिलेगी, पदोन्नति, सफलता मिलेगी।
इन्हे मिलेगी साढ़े साती से राहत
-वृश्चिक
इन राशियों को मिलेगी ढैया से राहत
– वृषभ और कन्या
अब इन राशियों पर साढ़े साती
– धनु, मकर और कुंभ
इन राशियों पर रहेगा ढैया का प्रभाव
– मिथुन और तुला