इसमें कई दुकानदारों ने पूरे एक माह का राशन खुद के बायोमेट्रिक सत्यापन के आधार पर निकालकर बाजार में ठिकाने लगाया। उन्हें उपभोक्ताओं को बांटा ही नहीं गया। कुछ दुकानदारों के यहां स्टॉक से अधिक गेहूं, चावल, शक्कर, नमक का संग्रह पाया गया जो पूरी तरह से फर्जीवाड़े का सबूत है। वहीं कुछ दुकानदारों ने एक तारीख की बजाए माह की ग्यारह तारीख से राशन बांटा था। कार्रवाई के बाद स्थिति में सुधार देखने को मिला। जिले में 463 राशन दुकानें हैं, जिनसे उपभोक्ता राशन लेते हैं।
अगस्त में मिलेगा 8 किलो चावल दो किलो गेहूं
राजधानी में अभी तक राशन उपभोक्ताओं को हर माह डबल राशन दिया जा रहा है। इस बार अगस्त माह में प्रति सदस्य आठ किलो चावल और दो किलो गेहूं दिया जा रहा है। इसके पहले 6 किलो गेहूं और चार किलो चावल दिए गए थे। जून माह से खाद्य विभाग ने गेहूं का कोटा घटाकर चावल का कोटा बढ़ाया है। इसी माह से तीन लाख 26 हजार परिवारों के 13 लाख 80 हजार सदस्यों को राशन दुकानों से फोर्टिफाइड चावल भी बांटा जाएगा।
– ज्योति शाह नरवरिया, जिला आपूर्ति नियंत्रक