शहर में पानी और सीवेज लाइन के लिए करीब 400 किमी की लाइनें बिछाई गई। इसमें से अभी 100 किमी की लाइनें बिछाना बाकी है। अभी रेस्टोरेशन का काम 50 फीसदी ही हुआ। ये करबी 200 किमी के लगभग है। पानी और सीवेज काम अमृत प्रोजेक्ट के तहत हुआ है। इसमें करीब 300 करोड़ रुपए का बड़ा खर्च हुआ है। कोलार से लेकर गुलमोहर, बावडिय़ा कला, शाहपुरा, मैनिट क्षेत्र, नेहरू नगर, होशंगाबाद रोड मिसरोद और अन्य संबंधित क्षेत्रों में काम हुआ। पानी की लाइन के लिए 200 किमी की अतिरिक्त खुदाई हुई। ये निगम में शामिल नए क्षेत्रों में किया गया। इसका रेस्टोरेशन भी 40 फीसदी से अधिक बाकी है। बैरसिया रोड, पोलीटेक्रिक कॉलेज, नादरा बस स्टैंड, हमीदिया व इससे जुड़े क्षेत्रों में भी खुदाई हुई। अप्रैल 2020 तक ही सभी काम पूरे होने थे। इसे बढ़ाकर दिसंबर 2021 तय किया था, अब फिर लगातार समय सीमा बढ़ाई जा रही, लेकिन काम पूरा नहीं हुआ। कोलार की समानांतर लाइन बिछाने का काम तक पूरा नहीं हुआ। ये करीब डेढ़ साल पीछे चल रही है।