मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में विगत दिनों बाढ़ के बाद रोजी-रोटी के अभाव में क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग पलायन कर रहे हैं और ऐसे समय भी भाजपा उत्सव मना रही है। राज्य में बेरोजगारी बढ़ी, काले कानून के विरोध में किसान धरने पर हैं, कोरोना की दूसरी लहर में भाजपा सरकार के कुप्रबंधन से हमने हजारों लोगों की मौतें होते देखी है। इन सब बातों के बावजूद यह जश्न-उत्सव। भाजपा को जश्न- महोत्सव छोड़ ,कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए प्रदेश में आवश्यक तैयारियों की तरफ ध्यान देना चाहिए। अपराधों पर अंकुश लगाते हुए सभी तरह के माफिय़ाओ पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करना चाहिए, आज इसकी आवश्यकता है।