स्वच्छ भारत अभियान को भी बताया ढकोसला जगदगुरु ने स्वच्छ भारत अभियान को भी ढकोसला बताया। उन्होंने कहा कि शौचालय बनाने से जनता का कौन सा भला हो गया। शौचालय साफ करने के लिए पानी ज्यादा चाहिए। स्वच्छ भारत के नाम पर जो किया है वह ढकोसला है। स्वच्छ भारत तब होगा जब हमारा जल शुद्ध होगा, जब हमारा अनाज शुद्ध होगा। आज देश की हालत यह है कि यूरिया और कीटनाशक डालकर सब्जियां पैदा की जा रही है। नदियां दूषित हैं। गंगा की धारा अविरल अब तक नहीं हुई। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा की गई नर्मदा परिक्रमा पर भी सवालिया निशान लगाए। उन्होंने कहा कि मां नर्मदा की परिक्रमा चरणों से होती है, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री ने हवा हवाई परिक्रमा की है।
भाषा में शुचिता बरतें राजनेता आजम खान द्वारा महिलाओं को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान को लेकर शंकराचार्य ने कहा कि राजनेताओं को भाषा में शुचिता बनाए रखना चाहिए। ऐसे लोगों को जनता नकार देगी। साथ ही ऐसे मामलों पर चुनाव आयोग को भी गौर करना चाहिए।
हम भविष्यवक्ता नहीं दिग्विजय सिंह के सामने अब तक भाजपा द्वारा कोई प्रत्याशी खड़ा नहीं करने और उमा भारती सहित अनेक नेताओं के चर्चाओं में आने संबंधी सवाल पर शंकराचार्य ने कहा कि दिग्विजय को भोपाल से लडऩे की चुनौती दी गई थी। राजगढ़ से वे आराम से जीत जाते थे। भोपाल से लडऩे की चुनौती विरोधी पार्टी ने दी थी। जहां तक हार जीत और उम्मीदवार की बात है, मैं भविष्यवक्ता नहीं हूं। लेकिन दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री थे और उनकी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था, तब उन्होंने कहा था 10 साल तक कोई पद नहीं लूंगा, और इस वचन को उन्होंने निभाया भी। वे वचन के पक्के हैं।