भोपाल

जामा मस्जिद में भी शिव मंदिर होने का दावा, शहर काजी ने की जनता से ये अपील

ज्ञानवापी मस्जिद मामले के बाद अब मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में भी जामा मस्जिद में शिव मंदिर होने का दावा किया जा रहा है, इस मामले में अब दोनों पक्षों द्वारा अपनी-अपनी बात प्रमुखता से रखी जा रही है.

भोपालMay 21, 2022 / 11:23 am

Subodh Tripathi

भोपाल. ज्ञानवापी मस्जिद मामले के बाद अब मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में भी जामा मस्जिद में शिव मंदिर होने का दावा किया जा रहा है, इस मामले में अब दोनों पक्षों द्वारा अपनी-अपनी बात प्रमुखता से रखी जा रही है, जहां एक तरफ चौक बाजार स्थित जामा मस्जिद में शिव मंदिर होने का दावा किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ आमजन से अपील कर किसी भी प्रकार की अफवाहों से बचने की अपील की जा रही है। आईये जानते हैं दोनों पक्षों द्वारा किस प्रकार से अपनी अपनी बातें रखी जा रही है।

संस्कृति बचाओ मंच द्वारा पिटीशन की तैयारी

संस्कृति बचाओ मंच भोपाल द्वारा चौक बाजार स्थित जामा मस्जिद में शिव मंदिर होने का दावा किया जा रहा है, जिसके चलते अब जिला कोर्ट में पिटीशन लगाने की तैयारी की जा रही है, संस्कृति बचाओ मंच द्वारा करीब 114 साल पुराने दस्तावेजों के साथ ही अन्य दस्तावेजों को लगाकर पिटीशन लगाई जाएगी। मंच अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि मस्जिद से संबंधित जो दस्तावेज उनके पास मौजूद हैं, उनमें करीब 114 साल पुरान दस्तावेज काफी महत्वपूर्ण हैं, उन्होंने बताया कि साल 1908 के अंग्रेजों के भोपाल स्टेट गजेटियर में भी मस्जिद में शिव मंदिर बताया गया है।

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शहरकाजी सहित अन्य ने की जनता से अपील
जामा मस्जिद में शिव मंदिर होने का दावा करने के बाद मुस्लिम समाज भी अपना पक्ष रखने के लिए आगे आ गया है, इस संबंध में सेक्शन दारूल कजा एंड दारूल इफ्ता द्वारा एक बयान जारी करते हुए जनता से अपील की गई है कि सोशल मीडिया पर जामा मस्जिद के मुताल्लिक अफवाहें फैलाई जा रही है, यह अफवाहें सरासर गलत और गुमराह करने वाली है, जामा मस्जिद एक कदीमी मस्जिद है, और इसके तमाम दस्तावेज जामा मस्जिद के पास मौजूद हैं, जिसके लिए जामा मस्जिद के सेके्रट्री से राब्ता कायम किया जा सकता है, बयान में लिखा गया कि हम भोपाल की आवाम से अपील करते हैं कि वह सोशल मीडिया पर इस मामले में किसी भी किस्म की कोई पोस्ट या मैसेज डालने से परहेज करें। इस बयान को शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी, मुफ्ती अबुल कलाम कासमी, नायब काजी सैयद बाबर हुसैन नदवी, नायब मुफ्ती रईस अहमद कासमी, जसीम दाद खां जामई, नायाब काजी मो. शराफत रहमानी, अली कदर हुसैनी ने हस्ताक्षर कर जारी किया है।

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