शिवराज मंत्रिमंडल ( shivraj cabinet 2020 ) के विस्तार की तैयारियां लगभग पूरी हो गई है। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की इस मामले में केंद्रीय नेतृत्व से चर्चा हो चुकी है। विस्तार में 22 से 24 मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है। 30 मई को भाजपा नरेंद्र मोदी सरकार का एक साल पूरा होने पर वर्चुअल रैलियां और वीडियो कांफ्रेंसिंग का आयोजन कर रही है। दो दिन संगठन की उसमें व्यस्तता रहेगी। राजभवन में कोरोना संक्रमम के केस सामने आने के बाद विचार किया जा रहा है कि शपथ ग्रहण किसी अन्य स्थान पर कराया जाए।
पुराने लोगों को मिलेगा मौका
शिवराज कैबिनेट में पहले जो नेता मंत्री रह चुके हैं, उन्हें फिर से शामिल किया जाए या नहीं इस पर पेंच फंसा हुआ था। संगठन चाहता था कि नए चेहरों को मौका दिया जाए, लेकिन सूत्रों के अनुसार गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, रामपाल सिंह और राजेंद्र शुक्ला को फिर से लिए जाने पर सहमति बन गई है। बाकी पूर्व मंत्रियों के नामों पर फिलहाल विचार चल रहा है।
कमलनाथ के बयान पर क्या बोले शिवराज
इधर, शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बयान पर चुटकी ली है। उन्होंने कहा है कि दिल बहलाने के लिए गालिब ख्याल अच्छा है। सारी योजनाएं बंद कर जनका को धोखा देने वाले और सरकार को भ्रष्टाचार का जरिया बनाने वालों पर से जनता का अब विश्वास उठ गया है। गौरतलब है कि दो दिन पहले छिंदवाड़ा दौरे पर गए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मीडिया से कहा था कि अभी इंटरवल है और हम फिर सत्ता में आएंगे। हम उप चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतेंगे।
राजभवन में ही होगा शपथ ग्रहण
हाल ही में राजभवन में 7 कोरोना संक्रमित मिलने के बाद राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह कराए जाने पर संशय की स्थिति थी। क्योंकि भोपाल कलेक्टर तरुण पिथौड़े ने राजभवन को कंटेनमेंट जोन घोषित किया है। हालांकि राजभवन में इसके बावजूद भी शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है। क्योंकि कंटेनमेंट क्षेत्र राजभवन के भीतर आवासीय परिसर में हैं, जहां संक्रमण फैला है। अंत राजभवन में सामान्य गतिविधियां जारी रहेंगी।