दरअसल, कमलनाथ 18 और 19 तारीख को दो दिनों के ग्वालियर दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान पर हमला करते हुए उन्हें नालायक कहा था। कमलनाथ ने कहा था हमने 10 दिनों में किसानों के कर्ज माफी की बात कही थी। अब शिवराज सिंह इतने नालायक तो नहीं है कि यह नहीं पहचान सकते कि 53 लाख किसानों के कर्ज माफी की कार्रवाई कैसे होगी। हमने किसानों के दो लाख रुपए तक के कर्ज की बात कही थी और 26 लाख किसानों का कर्ज माफ किया।
पूर्व सीएम कमलनाथ द्वारा नालायक कहे जाने पर शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार किया है। शिवराज ने कहा- यदि कमलनाथ जी को आरोपों की कीचड़ ही अच्छी लग रही है तो मुझे कोई आपत्ति नहीं है। कौन लायक है, कौन नालायक है यह तो जनता तय करती है। अब कमलनाथ जी खुद सोचें कि लायक कौन है और नालायक कौन है। जो सभी को एक भाव से देखे, गरीबों का सम्मान करें, किसान के कल्याण की योजना बनाये वो लायक है या नालायक यह फैसला जनता को करना है।
शिवराज ने कहा- मुझे कोई नालायक कहे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, मैं तो वैसे भी जनता का सेवक हूं। 15 महीनों में 5 मिनट के लिए भी आप ग्वालियर नहीं गए क्या यह लायकी है। आज आप कह दो कि मैंने तो किसी और पर छोड़ दिया था क्या यह लायकी है, वह भी तब जब चुनाव में उनका उपयोग करना था। मुख्यमंत्री जब भारत के संविधान की शपथ लेता है तब समानभाव की शपथ लेता है, लेकिन अब आप कह रहे हो कि मैंने तो ग्वालियर छोड़ दिया था। कितने भोले हैं कमलनाथ जी आप, क्या जनता इस भोलेपन को मान लेगी?