विदिशा से चुनाव लड़ सकते हैं शिवराज सिंह
शिवराज सिंह चौहान को हाल ही में भाजपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि शिवराज सिंह चौहान की एक बार फिर से केन्द्रीय राजनीति में वापसी हो सकती है। शिवराज के विदिशा संसदीय सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा है। विदिशा से अभी सुषमा स्वराज सांसद हैं। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान सुषमा स्वराज ने एलान किया था कि अब वह लोकसभा का चुनाव नहीं लडे़गी। ऐसे में यह माना जा रहा है कि भाजपा विदिशा लोकसभा सीट से शिवराज सिंह चौहान को उम्मीदवार बना सकती है। वे पहले भी विदिशा से पांच बार सांसद निर्वाचित हो चुके हैं। 2005 में बाबूलाल गौर के बाद उन्हें मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया था। लेकिन इस बार प्रदेश में पार्टी की हार हुई है। जिस कारण से ऐसा माना जा रहा है कि वो एक बार फिर से केेन्द्र की राजनीति में सक्रिय होंगे।
शिवराज सिंह चौहान पहली बार 1991 में विदिशा संसदीय क्षेत्र से सांसद बने। 11वीं लोक सभा में वर्ष 1996 में विदिशा संसदीय क्षेत्र से पुन: सांसद चुने गये। चौहान वर्ष 1998 में विदिशा संसदीय क्षेत्र से ही तीसरी बार। वर्ष 1999 में विदिशा से चौथी बार और शिवराज सिंह चौहान पांचवी बार विदिशा से 14वीं लोक सभा के सदस्य निर्वाचित हुये।
सुषमा स्वराज मध्यप्रदेश के विदिशा लोकसभा सीट से लगातार दूसरी बार सांसद हैं। सुषमा स्वराज 2014 में जब दूसरी बार सांसद निर्वाचित हुईं थी तो उन्होंने कहा था कि वो अपने संसदीय क्षेत्र का लगातार दौरा करेंगी। लेकिन सुषमा अपने क्षेत्र से नदारद रहीं जिसके कारण लोगों में सुषमा को लेकर नाराजगी है। सुषमा स्वराज ने अपने राजनीति की शुरुआत 70 के दशक में हरियाणा से की थी। उसके बाद सुषमा देश के अलग-अलग राज्यों से चुनाव लड़ी पर उनकी कोई परंपरागत सीट नहीं बन पाई। दिल्ली से सांसद निर्वाचित हुईं और दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री भी बनीं। वहीं, कर्नाटक के बेल्लारी से भी चुनाव लड़ा था अभिवाजित यूपी से राज्यसभा के लिए चुनी गईं। 2009 औऱ 2014 का लोकसभा चुनाव उन्होंने विदिशा से लड़ा। ऐसे में सुषमा के पास परंपारगत सीट का अभाव है जिस कारण सुषमा चुनाव नहीं लड़ने से इंकार किया। हालांकि सुषमा ने विदिशा नहीं जाने का कारण बताया था कि डॉक्टरों ने उन्हें धूल से दूर रहने की सलाह दी है और मेरा लोकसभा ज्यादातर ग्रामीण इलाका है पर दिल्ली में बैठकर मैंने संसदीय क्षेत्र के सारे काम किए हैं।