मुझे लगा था कि स्वयं एक महिला होने के नाते आप इस खबर का संज्ञान लेंगी तथा संवैधानिक पद पर आसीन एक दलित महिला के अपमान का प्रतिकार करते हुए अपनी पार्टी के नेता की टिप्पणी की निंदा करते हुए उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाई करेंगी लेकिन आपने अब तक ऐसा नहीं किया। कल आपके नेता कमलनाथ द्वारा दलित महिला नेत्री पर की गई अभद्र टिप्पणी के बाद आपने अपने महासचिवों के साथ बैठक की जिसमें महिलाओं के सम्मान पर चर्चा की गई लेकिन आपने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा की गई टिप्पणी पर संज्ञान लेने की भी जरूरत महसूस नहीं की।
कमलनाथ की धृष्टता देखिये कि अपनी अशोभनीय व निदंनीय टिप्पणी को वे सही ठहरा रहे हैं जबकि उनकी टिप्पणी को देश की सारी मीडिया ने समवेत रूप से कमलनाथ द्वारा इमरती देवी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी माना है। इमरती देवी ने रोते हुए अपनी व्यथा का इजहार किया है जिसे देखकर किसी का भी दिल पसीज जाएगा। चुनाव आते-जाते रहते हैं लेकिन किसी दलित महिला का इस तरह अपमान आपकी पूरी राजनीति को कलंकित करता है।
आपसे आग्रह है कि एक दलित महिला मंत्री के प्रति अभद्र व अशोभनीय टिप्पणी करने तथा उसे जायज ठहराने का बेशर्मी भरा कृत्य करने वाले अपनी पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ तत्काल कार्यवाई करते हुए उन्हें पार्टी के सभी पदों से हटाते हुए उनकी कड़ी निंदा की कार्यवाई करें ताकि महिलाओं का अपमान करने वाले आपकी पार्टी के नेताओं को सबक मिले।
यहां मैं यह और कहना चाहूंगा कि इस प्रकरण में यदि आपने मौन धारण किया तो यह मानने के लिए बाध्य होना पड़ेगा कि कमलनाथ द्वारा दलित मंत्री इमरती देवी के प्रति की गई टिप्पणी पर आपकी पूर्ण सहमति है।