किसानों को उड़द और मूंग का उचित दाम नहीं मिलने से दलहन उत्पादन करने वाले किसानों की रुचि कम होती जा रही है। यही वजह है कि लगातार दलहन की बोवनी का रकबा घटने से इसके उत्पादन में करीब 15 फीसदी की कमी आई है। वर्ष 2018 में उड़द 1789 हजार हेक्टेयर था, लेकिन और 2019 में घटकर 1652 हेक्टेयर हो गया है। इसी तरह से वर्ष 2018 में मूंग 228 हजार हेक्टेयर था, जो 2019 में घटकर 191 हेक्टेयर हो गया है।
– अभिषेक कुमार, शाखा प्रबंधक, नेफेड ग्रीष्मकालीन मूंग-उड़द खरीदी के संबंध में भारत सरकार के पास प्रस्ताव भेजा है। सरकार की स्वीकृति मिलते ही खरीदी शुरू कर दी जाएगी।
– अजीत केसरी, प्रमुख सचिव, कृषि एवं सहकारिता विभाग