इंदौर में सुमित्रा महाजन को ताई के नाम से जाना जाता है। इंदौर सुमित्रा ताई का गढ़ है। वो यहां से लगातार आठ बार सांसद रही हैं। 1989 में प्रकाशचंद्र सेठी के खिलाफ लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। एनडीए सरकार में वे राज्यमंत्री भी रहीं। सुमित्रा महाजन ने 2014 के लोकसभा चुनाव में जीत का रिकॉर्ड बनाया था। वे प्रदेश में सर्वाधिक 4 लाख 66 हजार 301 वोटों से चुनाव जीती थीं। महाजन को 8 लाख 54 हजार 372 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के सत्यनारायण पटेल को 3 लाख 88 हजार 71 वोट थे। महाजन देश में सर्वाधिक वोटों से जीतने के क्रम में आठवें स्थान पर हैं। सुमित्रा महाजन देश की एक मात्र महिला हैं, जो लगातार आठवीं बार लोकसभा चुनाव जीती हैं। वहीं प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सात बार सांसद रह चुकी हैं।
इंदौर सीट से इस बार ऐसी सुगबुगाहटें हैं कि कांग्रेस किसी बड़े नेता को उम्मीवार के रूप में उतारने की तैयारी में है। सुमित्रा महाजन ने चुनाव तैयारी को लेकर भी कहा कि हमारी तैयारी चल रही है माहौल हमारे पक्ष में है। पीएम मोदी की तारीफ करते हुए सुमित्रा महाजन ने कहा- प्रधानमंत्री मोदी ने विदेश में भारत की साख फिर से स्थापित की है। उनके नेतृत्व में भारत नई बुलंदियों को छू रहा है।
आचार संहिता के बाद सुरक्षा लौटाई
10 मार्च से आदर्श आचार संहिता लागू है। उसी दिन से सुमित्रा महाजान ने संसदीय क्षेत्र इंदौर में प्रोटोकॉल के तहत मिली शासकीय वाहन सुविधा का उपयोग करना बंद कर दिया है। 16 मार्च को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथजी को पत्र लिखकर मुझे लोक सभा अध्यक्ष पद के प्रोटोकॉल के तहत मध्यप्रदेश शासन द्वारा दी गई सुरक्षा एवं वाहन सुविधा भी उन्होंने छोड़ दी।