दरअसल, कोरोना की रोकथाम के लिए लॉक डाउन किया गया है। स्वास्थ्य विभाग के साथ प्रशासन विदेश से आए व्यक्तियों पर नजर रख रहा है। इन लोगों को 14 दिन तक होम क्वारेंटाइन किया जा रहा है। घरों में रहने की बजाय स्वास्थ्य विभाग की टीम और पड़ोसियों से विवाद कर रहे हैं। बुधवार को पंजाबी बाग क्षेत्र में काम कर रही टीम को भी इन्हीं हालातों का सामना करना पड़ा। टीम में पटवारी सुरेंद्र प्रताप सिंह यादव वार्ड प्रभारी एहसान अली और लिपिक तारिक अल के साथ निगरानी का काम कर रहे थे।
विदेश से आई युवती लिपट गई टीम के लोग स्टर्लिंग शालीमार स्थित विराज शालीमार में विदेश से आई युवती के घर पहुंचे। टीम ने उनसे अनुरोध किया कि वे 14 दिन के होम क्वारेंटाइन हो जाएं। इस पर परिजन उनसे विवाद करने लगे, साथ ही पोस्टर लगाने का विरोध किया। यहीं नहीं संदिग्ध युवती खुद को पॉजिटिव बताते हुए पटवारी से लिपट गई। टीम के कर्मचारियों का कहना है कि युवती संक्रमण फैलाने के उदेश्य से पटवारी से लिपट गई थी।
लोग फाड़ रहे पर्चे क्वारेंटाइन लोगों के घर के बाहर टीम के लोग पर्चा भी साट रहे हैं। इसी तरह अवधपुरी क्षेत्र में स्थित सुरेंद्र माणिक कॉलोनी, विद्यासागर कॉलेज के पास दुबई से लौटे एक परिवार के घर पर होम क्वारेंटाइन का पर्चा चस्पा किया था। ताकि लोगों को पता चल सके कि ये घर निगरानी में हैं। मोहल्ले वालों ने शिकायत की कि टीम के जाते ही परिवार के लोगों ने पोस्टर फाड़कर निकाल दिया। टीम ने बुधवार को दोबारा पोस्टर लगा दिया। उनके जाते ही परिवार ने फिर पोस्टर फाड़ दिया।