सिखाने 100 से ज्यादा आयोजन खगोल विज्ञान के संबंध में अनेक मिथक समाज में हैं। इसलिए खगोल विज्ञान के बारे में अधिक से अधिक जागरुकता फैलाने के लिए उन्होंने राजधानी के चिनार पार्क, एकांत पार्क, शौर्य स्मारक समेत होशंगाबाद, अलीराजपुर, अनूपपुर, मंडला, सिवनी, छिंदवाड़ा, बैतूल, शहडोल आदि में 200 से अधिक कार्यक्रम किए।
इन कार्यक्रमों का 90 प्रतिशत खर्च वे स्वयं वहन करती हैं, शेष दस प्रतिशत सहयोग स्रोत विद्धानों से लेती हैं।
जीव विज्ञान में स्नातक की उपाधि के बाद कथक, संगीत, गायन में भी शिक्षा हासिल की। एनसीएसटीसी, विज्ञान प्रसार, मेपकास्ट से खगोल विज्ञान, नेचर स्टडी, वैज्ञानिक जागरुकता प्रशिक्षण प्राप्त किया। मप्र पुलिस में महिलाओं के लिए आरक्षण लागू होने पर किशोरियों को पुलिस सेवा की ओर आकर्षित करने वर्दी शक्ति कार्यक्रम का आयोजन भी किया।
विज्ञान को लोकप्रिय करने नेशनल अवार्ड सारिका को 28 फरवरी 2018 विज्ञान दिवस पर बच्चों के बीच विज्ञान लोकप्रिय करने में विशेष प्रयासों के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार ने नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया है। वर्ष 2015 में उन्हें मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा मप्र विज्ञान प्रतिभा सम्मान दिया गया। वर्ष 2012 में इंडियन साइंस राइटर्स, नई दिल्ली का मिस इसवा अवॉर्ड मिला। वर्ष 2012 में मप्र के राज्यपाल से जूनियर रेडक्रॉस गतिविधियों के लिए बेस्ट काउंसलर अवॉर्ड, वर्ष 2018 में नई दिल्ली में हिंदुस्तान की बेटी अवॉर्ड प्रदान किया जा चुका है। इसके सिवा देश-विदेश में उनके कई शोधपत्रों का वाचन व प्रकाशन हो चुका है।