– नोटबंदी, जीएसटी के प्रभावों की जानकारी नहीं
नोटबंदी और जीएसटी के बाद मध्यप्रदेश में कितने लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्योग बंद हुए, कितने लोग बेरोजगार हुए। राज्य सरकार के पास इसकी कोई जानकारी नहीं है। विधायक प्रताप ग्रेवाल को दिए गए लिखित उत्तर में मंत्री आरिफ अकील ने यह बताया।
– एक साल में 13 फीसदी ही हुआ काम
मध्यप्रदेश की 7546 करोड़ की लागत वाली नर्मदा-पार्वती लिंक परियोजना का काम एक साल में मात्र 13 फीसदी ही हुआ है। जबकि, इसे वर्ष 2022 में पूरा करने का लक्ष्य है। यह जानकारी भाजपा के सुदेश राय के सवाल के जवाब में नर्मदा घाटी विकास विभाग मंत्री सुरेन्द्र सिंह बघेल ने दी। उन्होंने इस योजना को सीहोर नगर के लिए होने से साफ इनकार किया। यह परियोजना का निर्माण चार चरणों में पूरा होना है। प्रत्येक चरण में 50000 हेक्टेयर सिंचाई क्षमता निर्मित होगी। इस परियोजना से सीहोर और शाजापुर जिले के 369 गांवों के किसान लाभान्वित होंगे। प्रत्येक किसान को ढाई हेक्टेयर तक 20 मीटर दबाव से जल उपलब्ध होगा।
नोटबंदी और जीएसटी के बाद मध्यप्रदेश में कितने लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्योग बंद हुए, कितने लोग बेरोजगार हुए। राज्य सरकार के पास इसकी कोई जानकारी नहीं है। विधायक प्रताप ग्रेवाल को दिए गए लिखित उत्तर में मंत्री आरिफ अकील ने यह बताया।
– एक साल में 13 फीसदी ही हुआ काम
मध्यप्रदेश की 7546 करोड़ की लागत वाली नर्मदा-पार्वती लिंक परियोजना का काम एक साल में मात्र 13 फीसदी ही हुआ है। जबकि, इसे वर्ष 2022 में पूरा करने का लक्ष्य है। यह जानकारी भाजपा के सुदेश राय के सवाल के जवाब में नर्मदा घाटी विकास विभाग मंत्री सुरेन्द्र सिंह बघेल ने दी। उन्होंने इस योजना को सीहोर नगर के लिए होने से साफ इनकार किया। यह परियोजना का निर्माण चार चरणों में पूरा होना है। प्रत्येक चरण में 50000 हेक्टेयर सिंचाई क्षमता निर्मित होगी। इस परियोजना से सीहोर और शाजापुर जिले के 369 गांवों के किसान लाभान्वित होंगे। प्रत्येक किसान को ढाई हेक्टेयर तक 20 मीटर दबाव से जल उपलब्ध होगा।