उन्होंने गोविंद सिंह के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित कर प्रदेश अध्यक्ष को भेजा था। ये मामला अब अनुशासन समिति के पास है। वहीं लाखन सिंह यादव ने नगरीय निकाय चुनाव को लेकर हुई बैठक में कहा था कि कमलनाथ के सर्वे धरे के धरे रह गए, वे कह रहे थे कि सभी सीटें जीतेंगे। लाखन सिंह का ये वीडियो वायरल हो गया और जानकारी संगठन तक पहुंच गई। हालांकि इस मामले की शिकायत नहीं की गई है लेकिन अनुशासन समिति इस पर भी विचार करेगी।
इन मामलों पर भी होगा विचार :
कांग्रेस नेता हरपाल सिंह ठाकुर और ब्रजभूषण नाथ ने भी सोशल मीडिया के जरिए कमलनाथ पर सवाल उठाए थे। अनुशासन समिति इन मामलों पर भी सुनवाई कर सकती है। इसके अलावा कई और नेताओं के सोशल मीडिया पर कमेंट आए थे, इस बारे में फिलहाल तय नहीं है कि उनको इस बैठक में शामिल किया जाएगा या नहीं।
कार्यवाही के लिए कमलनाथ को भेजे जाएंगे मामले :
अनुशासन समिति इन मामलों में संबंधित नेताओं का पक्ष भी जानेगी। दोनों पक्षों के स्पष्टीकरण के बाद समिति अपना फैसला करेगी। समिति अपनी ओर से अनुशंसा कर इन मामलों को प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के पास भेजेगी। कमलनाथ ही इस अपना अंतिम फैसला सुनाएंगे।
12 जनवरी को अनुशासन समिति की बैठक बुलाई गई है, इसमें अनुशासनहीनता के विभिन्न मामलों पर सुनवाई की जाएगी। – चंद्रप्रभाष शेखर उपाध्यक्ष,कांग्रेस अनुशासन समिति –
इन मामलों पर भी होगा विचार :
कांग्रेस नेता हरपाल सिंह ठाकुर और ब्रजभूषण नाथ ने भी सोशल मीडिया के जरिए कमलनाथ पर सवाल उठाए थे। अनुशासन समिति इन मामलों पर भी सुनवाई कर सकती है। इसके अलावा कई और नेताओं के सोशल मीडिया पर कमेंट आए थे, इस बारे में फिलहाल तय नहीं है कि उनको इस बैठक में शामिल किया जाएगा या नहीं।
कार्यवाही के लिए कमलनाथ को भेजे जाएंगे मामले :
अनुशासन समिति इन मामलों में संबंधित नेताओं का पक्ष भी जानेगी। दोनों पक्षों के स्पष्टीकरण के बाद समिति अपना फैसला करेगी। समिति अपनी ओर से अनुशंसा कर इन मामलों को प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के पास भेजेगी। कमलनाथ ही इस अपना अंतिम फैसला सुनाएंगे।
12 जनवरी को अनुशासन समिति की बैठक बुलाई गई है, इसमें अनुशासनहीनता के विभिन्न मामलों पर सुनवाई की जाएगी। – चंद्रप्रभाष शेखर उपाध्यक्ष,कांग्रेस अनुशासन समिति –