मौके पर सबसे पहले मिसरोद पुलिस पहुंची, लेकिन बात नहीं बनी तो आला अफसरों को सूचना दी गई। दोपहर में रायसेन के प्रशासनिक अफसर भी मौके पर आ गए और पीडि़त को दबंगों द्वारा कब्जाग्रस्त जमीन वापस दिलाने की बात करने लगे। मौके पर एसडीआरएफ की टीम भी साजो सामान लेकर पहुंच गई, लेकिन परिवार नहीं मान रहा था। मौके पर पहुंचे एएसपी राजेश सिंह भदौरिया ने पिता को बच्चों के बेहतर भविष्य का वास्ता दिया और व्यक्तिगत रूप से परिवार की मदद करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद रीतेश गोस्वामी का गुस्सा शांत हुआ और वे देर शाम अपने परिवार के साथ टंकी से नीचे आए।
रीतेश का कहना है, भोजपुर में उसकी करीब दो एकड़ जमीन पर धनंजय सिंह चौहान ने कब्जा कर लिया है। उसने रायसेन के अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। मुझ पर झूठे केस दर्ज कर दिए गए। पुलिस गाली-गलौज करती है। मौके पर खड़े रायसेन के अफसरों का कहना था कि रीतेश के पिता ने बड़े बेटे के नाम पर वसीयत लिख दी थी। रीतेश के बड़े भाई ने धनंजय चौहान को जमीन बेची है। रीतेश के नाम से वर्तमान में छह एकड़ जमीन है, जबकि उसके बड़े भाई के हिस्से में साढ़े दस एकड़ है। जमीन को लेकर भाइयों में विवाद चल रहा है। इसकी सुनवाई की जाएगी।
रीतेश इससे पहले पांच बार पानी की टंकियों पर इसी तरह चढ़कर प्रशासन को परेशान कर चुका है। हाल ही में वह मुख्यमंत्री निवास पर केरोसिन लेकर आत्महत्या करने के लिए पहुंच गया था। 12 अगस्त 2021 को कांग्रेस मुख्यालय के सामने बच्चों के साथ धरने पर बैठा था। इधर, युवक के पानी की टंकी पर चढऩे की खबर लगते ही मौके पर काफी भीड़ इकत्र हो गई।